भारत की युवा कलाकार, सुश्री पेरूरी लक्ष्मी सहस्र को 17वीं ग्लोबल टोयोटा ड्रीम कार आर्ट प्रतियोगिता के विजेताओं में से एक के रूप में पहचान मिली
Pune : टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने हाल में आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम की एक युवा कलाकार सुश्री पेरूरी लक्ष्मी सहस्रा को सम्मानित किया। उसे प्रतिष्ठावाली वैश्विक प्रतियोगिता, 17वीं टोयोटा ड्रीम कार आर्ट कॉन्टेस्ट (टीडीसीएसी) के सर्वश्रेष्ठ फाइनलिस्ट में से एक नामित किया गया है। उसकी कल्पनाशील रचना, “टोयोटाज मेमोरी कार” ने उसे 90 देशों और क्षेत्रों की 712,845 प्रविष्टियों के उल्लेखनीय पूल में से शिखर की 26 वैश्विक फाइनलिस्टों में एक स्थान दिलाया। 12-15 आयु वर्ग में इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए उसे 3,000 अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार दिया गया।
टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन (टीएमसी) द्वारा 2004 में शुरू की गई टोयोटा ड्रीम कार आर्ट प्रतियोगिता एक वैश्विक पहल है जो बच्चों को गतिशीलता के भविष्य की खोज करते हुए अपनी “सपनों की कारों” की कल्पना करने और उन्हें डिज़ाइन करने के लिए प्रोत्साहित करती है। यह प्रतियोगिता बहुत लोकप्रिय हो गई है। इसमें विभिन्न संस्कृतियों और पृष्ठभूमियों के बच्चों की लाखों प्रविष्टियाँ शामिल होती हैं। शुरुआत से लेकर अब तक इसमें 144 देशों और क्षेत्रों के 9.4 मिलियन से अधिक बच्चों ने भाग लिया है। इससे रचनात्मकता को बढ़ावा मिला है और युवा मस्तिष्क को परिवहन तथा स्थिरता के भविष्य के बारे में सोचने के लिए प्रेरित किया गया है।
यह प्रतियोगिता 15 साल और उससे कम आयु के बच्चों के लिए खुली है तथा तीन श्रेणियों में बंटी हुई है: 7 वर्ष से कम, 8-11 वर्ष और 12-15 वर्ष। इस वर्ष, दुनिया भर में 26 विजेताओं का चयन किया गया। इनमें ग्रैंड पुरस्कार प्राप्तकर्ता और सुश्री पेरूरी लक्ष्मी सहस्रा जैसी सर्वश्रेष्ठ फाइनलिस्ट शामिल हैं , जो अपनी अभिनव दृष्टि के लिए उभरीं।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के बिक्री-सेवा-उपयुक्त कार व्यवसाय के वाइस प्रेसिडेंट श्री सबरी मनोहर ने कहा, “सुश्री पेरुरी लक्ष्मी सहस्रा जैसे युवा दिमागों को ऐसे वाहनों की कल्पना करते और बनाते देखना वाकई प्रेरणादायक है। यह टोयोटा के निरंतर जारी रहने वाले और खुशहाल भविष्य के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं। टोयोटा ड्रीम कार आर्ट कॉन्टेस्ट एक प्रतियोगिता से कहीं बढ़कर है – यह दुनिया भर के बच्चों के लिए गतिशीलता के माध्यम से एक उज्जवल, अधिक जुड़े हुए भविष्य की कल्पना करने का निमंत्रण है। हमें वैश्विक मंच पर सुश्री सहस्रा की उपलब्धि पर बेहद गर्व है, और उसकी सफलता भारत के युवाओं की रिवहन