150 ट्यूब्वैल पर चोरी हुई मुकदमा नहीं लिखा गया. थानों में पैसा प्राथमिकता है, बेगुनाहों को पकड़कर पैसे लेकर छोड़ा जा रहा है?. पूरे प्रदेश की साख बागपत से खराब हो रही है.?
योगी के अफसर नहीं सुन रहे जयंत चौधरी के सांसद की बात?, भावुक होकर की ये अपील इस बिषय पर पहले ही लिख चुका हूं
रालोद सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान ने कहा कि सीएम मेरे प्रेरणास्त्रोत, लेकिन मेरा धैर्य टूट गया. कब तक झूठ के सहारे जनता को भरोसा दूं, जनता के प्रति हमारी और सरकार की जवाबदेही है.
Rajkumar Sangwan News: उत्तर प्रदेश की राजनीति से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. रालोद मुखिया और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी के सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान की योगी के अफसर नहीं सुनते. बागपत सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान का दर्द जुबां पर आया है. इसके साथ ही उन्होंने बागपत पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
रालोद सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान ने एसपी बागपत अर्पित विजयवर्गीय और पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा कि थानेदार निरंकुश हैं और एसपी की बात भी नहीं सुनते थानेदार. कप्तान सीधे हैं आदेश देना नहीं जानते और उनकी सिपाही भी नहीं सुनता, बागपत में अपराध बढ़ रहा है मुकदमें नहीं लिखे जा रहे.
बागपत में लूट खसोट जारी- डॉ. राजकुमार सांगवान
रालोद नेता ने कहा कि सीएम मेरे प्रेरणास्त्रोत, लेकिन मेरा धैर्य टूट गया. कब तक झूठ के सहारे जनता को भरोसा दूं, जनता के प्रति हमारी और सरकार की जवाबदेही है. मुख्यमंत्री अपराध और भ्रष्टाचार पर सख्त हैं, लेकिन बागपत में लूट खसोट जारी है. मुख्यमंत्री से कभी किसी अधिकारी की बुराई नहीं की, लेकिन इस बार साफ-साफ बोल दूंगा. मुख्यमंत्री का विजन पूरा करना हमारी जिम्मेदारी, लेकिन बागपत पुलिस निरंकुश है.
थानों में पैसा प्राथमिकता है- डॉ. राजकुमार सांगवान
डॉ. राजकुमार सांगवान ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री और सरकार की छवि खराब करना चाहते हैं बागपत के पुलिस अधिकारी. लूट और डकैती हो रही हैं वर्कआउट नहीं हो रहा, 150 ट्यूब्वैल पर चोरी हुई मुकदमा नहीं लिखा गया. थानों में पैसा प्राथमिकता है, बेगुनाहों को पकड़कर पैसे लेकर छोड़ा जा रहा है. पूरे प्रदेश की साख बागपत से खराब हो रही है.
उन्होंने कहा कि सीएम सख्त हैं, लेकिन बागपत के पुलिस अफसर लापरवाह है. ऐसे अधिकारियों को पीटीएस में भेजा जाए, पब्लिक के बीच किस मुंह से जाउं. जब जाता हूं तो जाते ही पब्लिक घेर रही है, लूट हो गई डकैती हो गई मुकदमा नहीं लिखा. कप्तान ऑफिस में बैठे रहते हैं थानों का निरीक्षण नहीं करते.