रीवा शहर के विकास के संबंध में जिला समिति में दिये गये कई महत्वपूर्ण सुझाव
सभी आयामों को शामिल करते हुए शहर के विकास की योजना बनायें – श्री शुक्ल
(रीवा मध्य प्रदेश )वि.स.प्रतिनिधी:
कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में रीवा शहर के वि:कास के संबंध में वर्ष 2035 तक संभावित आवश्यकताओं तथा इनकी पूर्ति के लिये आवश्यक कार्यों के संबंध में सुझाव दिये गये। बैठक में पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि शहर के विकास के सभी आयामों को शामिल करते हुए कार्ययोजना बनायें। रीवा तेजी से विकास करने वाला शहर है। इस शहर में 2035 तक जनसंख्या लगभग 6 लाख हो जायेगी। इस आबादी के लिये आवास, पेयजल, परिवहन, स्वरोजगार, साफ-सफाई, व्यावसायिक गतिविधियों, मनोरंजन, खेलकूद, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा अन्य विकास के बिन्दुओं को शामिल करते हुए कार्ययोजना तैयार करें। नगर निगम को नगर विकास प्राधिकरण की तरह कार्य करना होगा।
बैठक में श्री शुक्ल ने कहा कि प्रस्तावित कार्ययोजना में उपलब्ध शासकीय भूमि के समुचित उपयोग, रिंगरोड, बाढ़ से बचाव के उपाय, मुख्य मार्गों को जोड़ने के लिये सुपर कॉरिडोर के निर्माण को भी शामिल करें। वर्तमान में उपयोग की जा रही शहर की सड़कों के अलावा पर्याप्त चौड़ाई की अन्य सड़कें भी इसमें शामिल करें। आवागमन को सुगम बनाने के लिये अच्छी सड़कों का होना आवश्यक है। ट्रांसपोर्ट नगर को भी उचित स्थान पर ले जाने की व्यवस्था करें। नगर निगम प्रस्तावित कार्ययोजना में आवासीय सुविधाओं के विकास, व्यावसायिक स्थलों के विकास,तथा आवागमन को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। कार्ययोजना को इस तरह से लागू किया जाय कि शहर की सुंदरता के साथ आमजनता की सुविधा में भी वृद्धि हो। कार्ययोजना में भू-अर्जन के प्रस्तावों को भी शामिल करें। इसके साथ-साथ शहर को हरा-भरा बनाये रखने के लिये भी कार्ययोजना में प्रावधान करें। रीवा शहर को आधुनिक तथा व्यवस्थित शहर के रूप में विकसित करें।
बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने कहा कि नगर निगम तथा नगर एवं ग्राम निवेश विभाग के अधिकारी मिलकर वर्तमान में उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर कार्ययोजना प्रस्तावित करें। इसमें शहर के विकास से जुड़ी सभी गतिविधियों को शामिल करें। बैठक में संयुक्त संचालक नगर एवं ग्राम निवेश नीरज आनंद लिखार ने प्रस्तावित कार्य योजना 2035 के प्रमुख प्रावधानों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित कार्ययोजना की सभी प्रमुख शर्तें व्यावसायिक क्षेत्र घोषित होंगी। वर्तमान में जारी नगर की कार्ययोजना के आधार पर ही आगामी कार्ययोजना तैयार की गई है। बैठक में आयुक्त नगर निगम मृणाल मीणा, अपर कलेक्टर श्रीमती इला तिवारी, एसडीएम हुजूर शैलेन्द्र सिंह, अधीक्षण यंत्री नगर निगम शैलेन्द्र शुक्ल, कार्यपालन यंत्री एसके चतुर्वेदी, सहायक संचालक नागेश पेन्ड्रो तथा कार्ययोजना से जुड़े अधिकारी एवं इंजीनियर उपस्थित रहे।