रीवा

अधिकारियों ने औद्योगिक विकास के आयामों को किया प्रस्तुत

अधिकारियों ने औद्योगिक विकास के आयामों को किया प्रस्तुत

 

रीवा विशाल समाचार संवाददाता. रीवा में 23 अक्टूबर को आयोजित प्रदेश की पाँचवी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शुभारंभ किया। इसके समापन पर प्रदेश को 31 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इस शानदार आयोजन में देश के कई जाने-माने उद्योगपति तथा लगभग चार हजार लघु उद्यमी शामिल हुए। कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र में प्रदेश के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों ने मध्यप्रदेश और विन्ध्य में औद्योगिक विकास तथा समग्र विकास के विभिन्न आयामों को प्रस्तुत किया। प्रशासनिक अधिकारियों की प्रभावी प्रस्तुति से मुख्यमंत्री और उद्योगपति अभिभूत हुए।

 

समारोह में मुख्य सचिव अनुराग जैन ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य समेकित विकास करना तथा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग को बढ़ावा देना है। रीवा संभाग में प्रचुर प्राकृतिक संसाधन हैं। सिंगरौली प्रदेश की ऊर्जा राजधानी है। विन्ध्य में देश के कुल सीमेंट उत्पादन का 10 प्रतिशत भाग है। विन्ध्य में उद्योग स्थापित करने के लिए पर्याप्त जमीन बिजली और पानी उपलब्ध है। प्रदेश की औद्योगिक नीति से भी उद्योगों की स्थापना की राह आसान हुई है। समारोह में प्रमुख सचिव उद्योग राघवेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि प्रदेश पावर सरप्लस स्टेट है। प्रदेश में चार बड़े इंडस्ट्रियल कॉरिडोर हैं, जिनका लाभ रीवा और पूरे विन्ध्य को मिलेगा। प्रदेश में रोड और रेल का बेहतर नेटवर्क है। रीवा सहित प्रदेश में 6 एयरपोर्ट और सभी जिलों में हवाई पट्टियाँ निर्मित हैं। हमारी उद्योग संवर्धन और निवेश नीति पूरे देश में सबसे शानदार और आकर्षक है। महिलाओं के लिए प्रदेश में कार्य करने के लिए सुरक्षित वातावरण है। विन्ध्य में खाद्य आधारित उद्योगों की स्थापना की प्रबल संभावना है।

 

समारोह में अपर मुख्य सचिव ऊर्जा मनु श्रीवास्तव ने ऊर्जा और नवकरणीय ऊर्जा के संबंध में रोचक प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने कहा कि नवकरणीय ऊर्जा निवेश का नया क्षेत्र बनकर उभरा है। पिछले 12 सालों में इसमें 12 गुना वृद्धि हुई है। नवकरणीय ऊर्जा का उत्पादन 500 मेगावाट से बढ़कर 6500 मेगावाट हो गया है। प्रदेश के कई जिलों में सोलर पावर प्लांट लगाए जा रहे हैं। समारोह में प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि अतुल्य भारत के सबसे स्वच्छ हरे-भरे और सुरक्षित हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश में निवेशकों का स्वागत है। विन्ध्य में और पूरे प्रदेश में कई आकर्षक पर्यटन केन्द्र हैं। विश्व की सर्वाधिक यूनेस्को विश्व धरोहर मध्यप्रदेश में हैं। मध्यप्रदेश देश का टाइगर स्टेट लेपर्ड और चीता स्टेट है। वर्ष 2023 में 11 करोड़ 21 लाख से अधिक पर्यटक मध्यप्रदेश पहुंचे। पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने वालों को 30 प्रतिशत पूंजी अनुदान तथा अनेक प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं।

 

समारोह में अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय दुबे ने कहा कि मध्यप्रदेश डेटा सेंटर के लिए देश का सबसे उपयुक्त स्थान है। यहाँ से पाँच सौ किलोमीटर की परिधि में देश की 75 प्रतिशत आबादी कवर होगी। डेटा सेंटर की स्थापना में 30 प्रतिशत अनुदान मध्यप्रदेश तथा 50 प्रतिशत अनुदान भारत सरकार द्वारा दिया जा रहा है। प्रदेश में डेवलपर्स को सौ करोड़ का निवेश करके भवन बनाने पर 27 करोड़ का अनुदान दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने पर जो कार्य यहाँ एक रुपए में होता है उसी कार्य के लिए बाम्बे में 3.5 रुपए तथा दिल्ली में 3 रुपए देने पड़तें हैं। इन महानगरों में 20 किलोमीटर की दूरी तय करने में डेढ़ से दो घंटे लगते हैं। वहीं मध्यप्रदेश में इसके लिए केवल 40 मिनट का समय लगता है। विन्ध्य प्रतिभाओं से संपन्न है। इस क्षेत्र के जनरल उपेन्द्र द्विवेदी देश के सेनाध्यक्ष और एडमिरल दिनेश त्रिपाठी नौ सेनाध्यक्ष हैं। दोनों सैनिक स्कूल रीवा के सहपाठी भी हैं। समारोह में प्रमुख सचिव एमएसएमई नवनीत मोहन कोठारी ने कहा कि प्रदेश में एमएसएमई क्षेत्र में 73 लाख व्यक्तियों को रोजगार मिल रहा है। रीवा संभाग में लघु उद्यमों में पाँच लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है। खाद्यान्न तथा फल-सब्जी आधारित उद्योगों का संभाग में बड़ी तेजी से विकास हो रहा है। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव विन्ध्य में औद्योगिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

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