जिला पदाधिकारी श्री रिची पांडेय के द्वारा जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति एवं चाइल्ड हेल्पलाईन, सीतामढ़ी का निरीक्षण सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई व अन्य कार्यरत पदाधिकारियों एवं कर्मियों की उपस्थिति में की गयी।
सीतामढ़ी कुणाल किशोर
निरीक्षण के क्रम में वाजितपुर में प्रास्तावित पर्यवेक्षण गृह निर्माण की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी ली गयीं। गृह निर्माण हेतु 56 डेसीमल भूमि सरकारी रकवा तथा 44 डेसीमल अन्य निजी भूमि की अधिग्रहण हेतु जल्द कार्रवाई करते हुए पर्यवेक्षण गृह के निर्माण कार्य शुरू करने हेतु अग्रेतर कार्रवाई करने का निदेश दिया गया। सहायक निदेशक द्वारा बताया गया कि विभाग के स्तर पर मामला लंबित है अनुमोदन प्राप्त होते ही पर्यवेक्षण गृह निर्माण का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। निरीक्षण के क्रम में वर्तमान में चल रहे योजनाओं की समीक्षा की गयी एवं इकाई द्वारा भेजा जाने वाला सी०पी०आई०एम०एस० रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए पेटी, गंभीर एवं जघन्य अपराध को श्रेणीगत करते हुए प्रतिवेदन प्रतिमाह भेजने का निदेश दिया गया। जिला बाल संरक्षण इकाई में रिक्त पदों पर प्रतिनियुक्ति हेतु विभाग को पत्राचार करने का निदेश दिया गया ताकि बाल संरक्षण से संबंधित कोई कार्य प्रभावित न हो।
विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में कर्मी भर्ती प्रक्रिया एवं चिल्ड्रेन कोर्ट में सपोर्ट पर्सन के नियुक्ति के अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गयी।
जिला बाल संरक्षण इकाई के अतिरिक्त बाल कल्याण समिति एवं चाइल्ड हेल्प लाईन की समीक्षा के दौरान बाल श्रम को प्रभावी तरीके से रोकथाम करने हेतु श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी तथा स्थानीय थानों की मदद लेते हुए फॉलो-अप सुनिश्चित कराने हेतु अधिकारियों को आदेशित किया गया। बाल विवाह की रोकथाम में अनुमंडल पदाधिकारी-सह-बाल विवाह निषेध पदाधिकारी एवं प्रखण्ड विकास पदाधिकारी-सह-संयोजक बाल विवाह निषेध पदाधिकारी से आवश्यक मदद लेते हुए बाल विवाह को प्रभावी तरीके से रोकथाम करने पर बल दिया। वही सहायक निदेशक को निर्देश दिया गया कि पोक्सो कानून से संबंधित मामलों के त्वरित निष्पादन की दिशा में विशेष लोक अभियोजक से समन्वय स्थापित कर अग्रेतर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें एवं नियमित रूप से इसका मॉनिटरिंग करना सुनिश्चित किया जाए। मौके पर जिला जन संपर्क पदाधिकारी कमल सिंह भी उपस्थित थे।