6 तारीख को सीतामढ़ी मे भगवन श्री राम जानकी कि विवाह उत्सव धूमधाम से मनाई जायेगी
सीतामढ़ी विकेश कुमार पुर्वे: 6 तारीख को सीतामढ़ी मे भगवन श्री राम जानकी कि विवाह उत्सव धूमधाम से मनाई जायेगी। माँ जानकी से जुड़ी है पंथपाकर धाम कि कहानियाँ त्रेता युग में माँ जानकी कि डोली इसी स्थल पर पहली बार रुकी थी जहाँ पर उनकी सहेलियाँ उन्हें मीठा तथा पानी पिलाकर अयोध्या के लिए प्रस्थान हुआ।
क्या इस पवित्र अस्थाल् को जानते है? माँ जानकी डोली अस्थल पंथपाकर धाम बिहार राज्य के सीतामढ़ी जिला के बाथनाह परखंड मे अस्थित है क्या आप जानते है?, इस अस्थाल् का महत्त्वपूर्ण कहानियाँ एवं महत्व, माँ जानकी डोली अस्थल पंथपाकर 1 माँ जानकी डोली अस्थल 2 पशुराम राम भगवन का संवाद 3 माँ सीता जलकुंड 4 पशुराम भगवन के पिता के अश्रम था यँहा उनके पिता जमदग्नि यँही तपशिया करते थे,
जब माँ जानकी जी कि विवाह प्रभु श्री राम चंद्र से हुई तो उनकी सभी सहेलिया इसी अस्थल पर आकर उनको पानी पिलाई और यहाँ पर अभी भी यह कुण्ड है है इसका पानी कभी नही सुखा एक बार उस कुण्ड का आधुनिक तरीका से निर्माण हेतु कई दमकल लगा कर सुखाने का प्रयास महीनों तक चलता रहा लेकिन पानी नही शुख पाया साथ ही इस कुण्ड का पानी मे किसी परकार का कीड़ा मोकोड़ा नही है , जब डोली जनकपुर धाम से अयोध्या जाने के कर्म मे पंथपाकर जमदग्नि अश्रम जो की पशुराम भगवन के पिता के अश्रम था यँहा पर पशुरम और राम भगवन का संवाद हुआ जिस के बाद यही से रास्ता पाकर अयोध्या माँ जानकी कि डोली गई यह जगह मुख्य रूप से माँ जानकी कि डोली स्थल से प्रसिद्ध है यहाँ कि वतावरंन् बहुत ही शांत है जरूरत हैं अस्थानी नेता को जागरूक होकर सरकार से इस जगह को विकसित करने का उद्देशय है ।