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एनएसडीसी ने व्‍हाइटहैट जूनियर को बनाया अपना ट्रेनिंग पार्टनर

पुणे :भारतीय युवाओं को कौशल विकास एवं व्‍यावसायिक प्रशिक्षण देने वाला भारत का प्रमुख सुविधा प्रदाता, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएसडीसी) ने स्किल इंडिया मिशन को गति देने के लिये व्‍हाइटहैट जूनियर के साथ ट्रेनिंग पार्टनर के रूप में साझेदारी की है। यह एक प्रमुख लाइव वन-ऑन-वन ऑनलाइन लर्निंग प्‍लेटफॉर्म है। इस साझेदारी के माध्‍यम से व्‍हाइटहैट जूनियर, प्रशिक्षित कोडर्स के टैलेंट पूल को तेजी से बढ़ाने की दिशा में योगदान दे सकेगा। इससे वे देशभर में बच्‍चों को कोडिंग सिखा पायेंगे।
एनएसडीसी एक सार्वजनिक-निजी साझीदार संस्‍थान है जिसे ऐसी पहल करने का काम सौंपा गया है जो भारतीय युवाओं को बाजार के अनुरूप कौशल तैयार करने की ट्रेनिंग पर जोर देती है। 4.0 इंडस्‍ट्री के आने के साथ कोडिंग, ऑटोमेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंक्‍स (आईओटी) और रोबोटिक्‍स जैसे क्षेत्रों में कुशल वर्कर्स की मांग बढ़ गयी है। नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 ने स्‍कूलों में व्‍यावसायिक शिक्षा और डिजिटल/आईटी संबंधी कौशलों की पेशकश करने पर जोर दिया है।
व्‍हाइटहैट जूनियर देश में बच्‍चों के सबसे बड़े कोडिंग प्‍लेटफॉर्म में से एक है। नये युग की तकनीकी दुनिया के लिये स्‍टूडेंट्स को तैयार करने के लिये उन्‍हें आईटी लर्निंग और कोडिंग सीखने के लिये प्रोत्‍साहित किया जा रहा है। यह साझेदारी इस ईकोसिस्‍टम के लिये टीचर्स को सीखने और उसे बढ़ावा देने के लिये प्रोत्‍साहित करेगी।
श्री करण बजाज, फाउंडर एवं सीईओ, व्‍हाइटहैट जूनियर ने कहा, “व्‍हाइटहैट जूनियर की स्‍थापना हर बच्‍चे को डिजिटल युग में टेक्‍नोलॉजी का उपभोक्‍ता बनने की बजाय उसका क्रिएटर बनने के विजन के साथ की गई थी। प्रतिष्ठित एनएसडीसी के साथ साझेदारी करके, हम देश के हर कोने में ट्रेनर्स का नेटवर्क तैयार करके भारत में हर बच्‍चे के लिए इस विज़न को साकार कर पाएंगे।”
इस साझेदारी पर, अरुण पिल्‍लई, चीफ स्‍ट्रैटेजी ऑफिसर, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने कहा कि, “एनएसडीसी विश्व-स्तरीय संगठनों के साथ मिलकर काम करते हुए उनकी प्रशिक्षण क्षमताओं, ज्ञान, और नवाचार को इस देश में शिक्षार्थियों के परितंत्र के लिए उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास कर रहा है। हमारा मानना है कि वाइटहट के साथ हमारी साझेदारी से स्टूडेंट्स के बृहत्तर समूह को उभरती प्रौद्योगिकियों में क्सुअहलता प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इससे उन्हें जीवन में तेजी से बदलते आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र में प्रभावपूर्ण सहभागिता करने की क्षमता प्राप्त होगी।”

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