नादसप्तक संगीत विद्यालय की ओर से ‘यमनरंग’ कार्यक्रम का आयोजन
पुणे: पुणेस्थित नादसप्तक संगीत विद्यालय की ओर से भारतीय शास्त्रीय संगीत में प्रसिद्ध यमन (कल्याण) इस बहुत ही सुंदर,हृदयस्पर्शी राग पर 101 मराठी और हिंदी गानों का ‘यमनरंग’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.यह कार्यक्रम बुधवार,25 दिसंबर 2024 को दोपहर 2.30 बजे बालशिक्षण हायस्कूल,एमईएस ऑडिटोरियम,मयूर कॉलनी,कोथरूड यहापर संपन्न होनेवाला है. इस कार्यक्रम में सबका पसंदीदा राग यमन (कल्याण) इस रागपर आधारित मराठी,हिंदी,संस्कृत और सिंधी भाषा के कुल 101 गाने पेश किए जानेवाले है. इस मैफिल को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने का प्रयास किया जाएगा. यह कार्यक्रम सारे पुणेकर रसिकों के लिए विनामूल्य है, दोपहर 2.30 से रात 8.30 इस समय में लगभग छह घंटे का संगीत कार्यक्रम होगा. नादसप्तक संगीत विद्यालय के संस्थापक-संचालक और प्रख्यात गायक व संगीतकार गिरीश पंचवाडकर ने इस कार्यक्रम की संकल्पना और निर्देशन किया है.
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मराठी फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर संगीतकार और वरिष्ठ गायक श्रीधर फड़के मौजूद रहेंगे और साथ ही पुणे के संगीत क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों के कई मान्यवर लोग भी मौजूद रहेंगे.
इसके बारे में अधिक जानकारी देते हुए नादसप्तक संगीत विद्यालय के संस्थापक-संचालक और प्रख्यात गायक व संगीतकार गिरीश पंचवाडकर ने कहा की,इस कार्यक्रम में पेश किये जाने वाले गीत मेरे एवं नादसप्तक संगीत विद्यालय में सीखने वाले 40 विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए जाएंगे इस संपूर्ण कार्यक्रम के गीतों की संगीत रचना टीम में प्रसिद्ध कलाकार शामिल रहेंगे जिनमे, पुणे के ज्येष्ठ कीबोर्ड वादक व संगीत संयोजक विवेक परांजपे,युवा तबला वादक और नादसप्तक के संचालक अक्षय पंचवाडकर, नागेश भोसेकर, गायिका मंजुश्री ओक और प्रसिध्द वादक इनका समावेश होगा.
इस कार्यक्रम की एक अन्य विशेषता भारतीय शास्त्रीय संगीत का कार्यक्रम है, जिसमें गिरीश पंचवाडकर द्वारा रचित मराठी और हिंदी गीतों, तराना और यमन से नमन यः सरगम के साथ-साथ पारंपरिक यमन राग बंदिश भी शामिल है.