पूणे

केंद्रीय मंत्री ने इंदौर 75 से ज्यादा स्टार्टअप्स को किया सम्मानित

केंद्रीय मंत्री ने इंदौर 75 से ज्यादा स्टार्टअप्स को किया सम्मानित

 

 

पुणे: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने प्राइड ऑफ मध्य प्रदेश अवॉर्ड में इंदौर के उभरते हुए 75 से ज्यादा स्टार्टअप्स और युवा उद्यमियों को सम्मानित किया। यह भव्य कार्यक्रम वर्की द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें इन्वेस्ट इंदौर और संसद सेवा संकल्प सहयोगी भागीदार के रूप में शामिल थे।

 

इस कार्यक्रम में इंदौर के प्रमुख आईटी और स्टार्टअप कंपनियों के संस्थापकों के साथ-साथ उन छात्रों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने स्टार्टअप के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया है। सांसद शंकर लालवानी और आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय भी इस महत्वपूर्ण अवसर पर उपस्थित थे।

 

इस आयोजन का उद्देश्य मध्य प्रदेश के स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देना और नई पीढ़ी के नवाचारों को प्रोत्साहित करना था। इस मंच के माध्यम से, इंदौर के स्टार्टअप्स को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान मिली है।

 

कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने कहा- “मैं इंदौर के इन युवा उद्यमियों को बधाई देता हूं। सरकार स्टार्टअप्स को हर संभव मदद प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इंदौर भारत के परिवर्तन का प्रमुख केंद्र बनकर उभर रहा है, जो स्टार्टअप्स, आईटी और एविएशन में वैश्विक महत्वाकांक्षाओं को अपना रहा है। कभी सिर्फ क्षेत्रीय कनेक्टिविटी पर ध्यान देने वाला यह शहर अब अमेरिका, सिंगापुर और कनाडा जैसे वैश्विक केंद्रों से जुड़ने की आकांक्षा रखता है। यह दृष्टिकोण आज के 3,500 स्टार्टअप्स की ऊर्जा को दर्शाता है, जो तीन साल पहले केवल 700 थे। इंदौर का आईटी सेक्टर नई ऊंचाइयों को छू रहा है, और एविएशन के क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विस्तार, एमआरओ सेवाओं और कंपोनेंट निर्माण में बड़ी संभावनाएं बन रही हैं। अपनी मजबूत व्यवस्था और दूरदर्शी उद्यमियों के साथ, मैं इस शहर के उत्साही समुदाय से आग्रह करता हूं कि वे इस विकास को अपनाएं, इन क्षेत्रों की असीम संभावनाओं का लाभ उठाएं और इंदौर को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं। साथ मिलकर, हम इंदौर को भारत की वैश्विक आकांक्षाओं का एक चमकता उदाहरण बना सकते हैं।”

 

इस अवसर पर वर्की के संस्थापक श्री सावन लड्ढा ने कहा: – “मंत्री जी से हमने इंदौर के आईटी और स्टार्टअप क्षेत्र को विस्तार देने के लिए 15 से 20 नई फ्लाइट की मांग की। इसमें इंटरनेशनल फ्लाइट भी शामिल है। इन दोनों क्षेत्रों को बढ़ाने में सिविल एविएशन की महत्वपूर्ण भूमिका है। हमने इंदौर के एयरपोर्ट को ऐरोसिटी जैसा डेवलप करने की मांग की ताकि इसके आसपास होटल, कन्वेंशन सेंटर और आदि सुविधाएं शुरू हो सके। चूंकि आईटी और स्टार्टअप से जुड़े ज्यादातर क्लाइंट बाहर के देशों के होते हैं। ऐसे में विदेश से आने वाले यात्रियों को इससे सुविधाएं मिलेगी। हमारे लिए यह भी अच्छी बात है कि हैदाराबाद और बैंगलुरु के एयरपोर्ट आईटी हब से काफी दूर है और हमारे शहर में आईटी हब के बिल्कुल पास मौजूद हैं। इससे हमें ज्यादा ग्रोथ के अवसर मिलेंगे। वर्की का उद्देश्य हमेशा से स्टार्टअप्स और युवा उद्यमियों को एक मजबूत मंच प्रदान करना रहा है। यह आयोजन केवल एक सम्मान समारोह नहीं है, बल्कि यह उन सभी उद्यमियों और छात्रों के प्रयासों की सराहना है, जिन्होंने अपने नवाचारों और मेहनत से हमारे प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। हम मध्य प्रदेश के स्टार्टअप इकोसिस्टम को और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा मानना है कि जब स्टार्टअप्स को सही मार्गदर्शन, संसाधन और प्रोत्साहन मिलता है, तो वे न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव डाल सकते हैं। वर्की हमेशा ऐसे प्लेटफार्म उपलब्ध कराता रहेगा, जो नई सोच, नवीनता और उद्यमशीलता को बढ़ावा दें।” आईआईएम इंदौर के डायरेक्टर हिमांशु राय ने फ्यूचर ऑफ भारत पर बात करते हुए बताया कि किस तरह से हम दुनिया के देशों से आगे निकलते जा रहे हैं और इसमें इंदौर व मध्यप्रदेश कैसे भूमिका निभा रहा है।

 

प्राइड ऑफ मध्य प्रदेश अवॉर्ड ने इंदौर को नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में राष्ट्रीय पहचान दिलाई है। यह आयोजन न केवल प्रदेश के स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने वाला कदम है, बल्कि इसे भारत के स्टार्टअप कल्चर के विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान के रूप में देखा जा रहा है।

 

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