रीवाशिक्षण

प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस, रीवा-शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय

प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस, रीवा-शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय

रीवा में अल्पावधि प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन

रिपोर्ट आलोक कुमार तिवारी रीवा 

प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस–शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय, रीवा मे दिनांक 16 जनवरी 2025 को स्वामी विवेकानन्द कॅरियर मार्गदर्शन योजना अंतर्गत ‘‘पर्सनालिटी डेपलपमेन्ट एवं सॉफ्ट स्किल विषय’’ पर 25 दिवसीय अल्पावधि प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा रीवा-शहडोल संभाग डॉ. आर.पी. सिंह, अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. रवीन्द्र नाथ तिवारी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. अल्का डिगवानी (एम.बी.ए. विभाग, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा) उपस्थित रही। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर ट्रेनिंग एवं प्लेसमेन्ट अधिकारी डॉ. विवेक वर्मा ने इस 25 दिवसीय आयोजित कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की एवं उन्होने बताया कि इन 25 दिवसों में छात्र-छात्राओं को व्यक्तित्व विकास एवं सॉफ्ट स्किल के अंतर्गत सही संप्रेषण कौशल, औपचारिक पहनावा, समूह-चर्चा, मॉक साक्षात्कार, भाषा-कौशल, संगणक कौशल (दस्तावेज/पत्र तैयार करने के लिए एम.एस.वर्ड, डाटा संप्रेषण/शीट बनाने के लिए एम.एस. एक्सेल, एम.एस. पॉवरप्वांइट में प्रेजेन्टेशन बनाना), मॉक एनालिसिस, एप्टीट्यूड रीजनिंग, डेटा इंटरप्रिटेशन, मैथमेटिकल एप्टीट्यूड का प्रशिक्षण दिया गया। इन प्रशिक्षणों से छात्र-छात्राए ना केवल अपनी शैक्षणिक प्रस्तुतियों को बेहतर बना सकेगें बल्कि व्यावसायिक कार्यों को करने में भी सक्षम बन सकेंगें एवं रोजगार एवं स्वरोजगार स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में भी अपना प्रतिभा का भरपूर उपयोग कर सकेंगें। उक्त प्रशिक्षण के माध्यम से भविष्य में छात्रो के लिए रोजगार, स्वरोजगार के अवसर खुलेगें एवं छात्र स्वयं आत्मनिर्भर बन सकेंगें।

 

 

मुख्य अतिथि डॉ. आर.पी. सिंह ने कहा कि महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम का पूरे लाभ के साथ-साथ अमल में लेना चाहिये जिससे छात्र/छात्राएं तकनीकी एवं कौशल क्षेत्र में आगे बढ़ सकें। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो. रवीन्द्र नाथ तिवारी ने कहा कि छात्र-छात्राओं को विषय-विशेषज्ञों की बात को आत्मसात करके अपने कॅरियर को उँचाई तक ले जाना चाहिये। ट्रेनिंग एवं प्लेसमेन्ट अधिकारी डॉ. विवेक वर्मा ने कहा कि छात्रों को शासकीय नौकरियों का मोह त्याग रोजगार, स्वरोजगार एवं स्टार्टअप को अपनाकर स्वयं के बिजनेस का मालिक बनकर दूसरो को रोजगार देने के बारें में सोचा। छात्र जॉब कन्ज्यूमर ना बने बल्कि जॉब किएटर बनें । उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं सैकडो की संख्या में छात्र/छात्राए उपस्थित रहें। मुख्य अतिथि के द्वारा प्रशिक्षण में भाग लेने वाले सभी छात्र-छात्राओं को प्रमाण-पत्र वितरित किया गया।

 

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