म्हाडा मुख्यालय में स्वच्छता और अभिलेख व्यवस्थित करने का विशेष अभियान
१०० दिन की योजना के तहत तेजी से काम जारी
मुंबई,: महाराष्ट्र सरकार ने जनता की सुविधा के लिए सरकारी दफ्तरों को बेहतर बनाने की १०० दिन की योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री व गृहनिर्माण मंत्री एकनाथ शिंदे के आदेश पर म्हाडा ने इस योजना को तुरंत लागू कर दिया है।
म्हाडा के मुंबई और पूरे महाराष्ट्र में स्थित सभी दफ्तरों में सफाई और पुराने कागजात हटाने का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। म्हाडा मुख्यालय, बांद्रा (पूर्व) में ८ और ९ फरवरी को यह अभियान तेज़ी से चल रहा है। म्हाडा के उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री संजीव जयस्वाल के निर्देश पर सभी दफ्तरों की सफाई और बेकार कागजात हटाने का काम किया जा रहा है।
आज श्री संजीव जयस्वाल ने खुद ३ घंटे तक म्हाडा मुख्यालय का दौरा किया और दफ्तरों का निरीक्षण किया। उन्होंने कर्मचारियों को आदेश दिया कि पुराने कंप्यूटर, टेबल, कुर्सियां, अलमारी और अन्य बेकार सामान तुरंत हटाया जाए। इसके अलावा, दफ्तरों में खड़ी पुरानी और कबाड़ हो चुकी गाड़ियों को भी हटाने का निर्देश दिया।
इस दो दिन के अभियान में ७०० से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी पूरे उत्साह के साथ शामिल हुए। आज के दिन ही १ लाख से ज्यादा फाइलों का वर्गीकरण किया गया। इनमें से अनावश्यक कागजातों को नष्ट किया जा रहा है। इस कार्य के लिए ५०० से अधिक सफाई कर्मचारी और मजदूर लगाए गए हैं। साथ ही, सफाई अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए वाहनों और अन्य संसाधनों की व्यवस्था की गई है।
मुख्यालय में सफाई और व्यवस्था सुधारने के लिए विशेष समिति बनाई गई है, जो मुख्य अभियंता महेश जेसवाणी के मार्गदर्शन में काम कर रही है। म्हाडा मुख्यालय आज जनता के लिए बंद है, लेकिन सभी कर्मचारी उपस्थित रहकर पूरे समर्पण से काम कर रहे हैं।
संजीव जयस्वाल ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों का मुख्य कर्तव्य जनता को बेहतर सुविधाएं देना है। उन्होंने निर्देश दिए कि आने वाले नागरिकों के लिए बैठने और पीने के पानी की उचित व्यवस्था हो। साथ ही, जनता की मुलाकात के लिए निश्चित समय तय किया जाए ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गृहप्रकल्पों (हाउसिंग प्रोजेक्ट) की स्थिति का निरीक्षण करने के लिए फिल्ड विजिट जरूरी है। उन्होंने कहा कि फिल्ड विजिट सप्ताह के अंत में तय होनी चाहिए और नागरिकों को इसकी जानकारी पहले से दी जानी चाहिए।
श्री संजीव जयस्वाल ने म्हाडा मुख्यालय में बने हिरकणी कक्ष का भी निरीक्षण किया। यह कक्ष स्तनपान कराने वाली माताओं और गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से बनाया गया है। उन्होंने यहां उपलब्ध सुविधाओं और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।
श्री संजीव जयस्वाल ने म्हाडा की ऑनलाइन सेवाओं की भी समीक्षा की और निर्देश दिए कि म्हाडा की वेबसाइट पर सभी ज़रूरी जानकारी पारदर्शी और आसानी से उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सूचना का अधिकार (RTI) के तहत मांगी जाने वाली जानकारी पहले से ही वेबसाइट पर उपलब्ध होनी चाहिए, ताकि नागरिकों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें।
उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि अपने दफ्तर के बाहर नागरिकों के लिए ‘नागरिक चार्टर’ (Citizen Charter) लगाया जाए, ताकि लोगों को स्पष्ट जानकारी मिल सके।
संजीव जयस्वाल ने ई-ऑफिस प्रणाली (E-Office System) की भी समीक्षा की और कहा कि म्हाडा का कामकाज कागज मुक्त (पेपरलेस) होना चाहिए, जिससे कामकाज की गति बढ़े और जनता को जल्दी सेवाएं मिलें।
म्हाडा एक जनता से जुड़ा कार्यालय है, इसलिए नागरिकों की सुविधा के लिए नागरिक सुविधा केंद्र (Citizen Facilitation Centre) बनाने के निर्देश दिए गए हैं। आज संजीव जयस्वाल ने इस केंद्र के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और इसकी तैयारियों की समीक्षा की।
इसके साथ ही, उन्होंने विज़िटर मैनेजमेंट सिस्टम का भी जायजा लिया, जिससे आने वाले नागरिकों का पंजीकरण और सहायता सुचारू रूप से हो सके।
श्री संजीव जयस्वाल ने कहा कि म्हाडा की कार्यप्रणाली को और प्रभावी बनाने के लिए सभी विभागों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया कि सरकारी योजनाओं को तेजी से लागू किया जाए, ताकि जनता को बेहतर सुविधाएं मिले।