
महाकुंभ पहुंचा कपल, तय किया ३५१० किमी का सफर
साखरे दम्पतीने ७२ वर्ष की आयु में टू व्हीलर से की यात्रा
पुणे: महाराष्ट्र के पुणे शनिवार पेठ में रहनेवाले ७२ वर्षीय सूर्यकांत तुकाराम साखरे ने टू व्हीलर से अपनी पत्नी रजनी सूर्यकांत साखरे के साथ महाकुंभ में स्नान किया. सारखे और उनकी पत्नी ने २४ दिन में लगभग ३५१० किलोमीटर की दूरी तय की. यहां पर उन्होंने त्रिवेणी घाट,रुद्राक्ष मंदिर जैसी प्रमुख जगहों के दर्शन किए.
महाकुंभ २०२५ अपनी भव्यता, दिव्यता और आध्यात्मिकता के कारण दुनिया भर चर्चा का केंद्र बन गया है. यहां आने वाले लोगों की आस्था देखते ही बनती है. पुणे के शनिवार पेठ के एक कपल ने अपनी टू व्हीलर से लगभग ३५१० किलोमीटर की दूरी तय करके प्रयागराज संगम पहुंचकर इस आस्था का शानदार उदाहरण पेश किया. महाकुंभ के इस सफर के दौरान उन्होंने पुणे से शनि शिंगणापूर, शिर्डी, उज्जैन, चित्रकूट, प्रयागराज, काशी और आयोध्या तक के मार्ग से पडनेवाले धार्मिक स्थलोंं का दौर किया.
सूर्यकांत और रजनी साखरे का जज्बा, हौसला और हिंम्मत की दाद देने के लिए साखरे परिवार, रिश्तेदार, मित्रों और अनिरूद्ध येवले द्वारा इस अद्भुत यात्रा का सम्मान करने के लिए एक विशेष समारोह का आयोजन हाल ही में किया गया था.
इस मौके पर पराग ठाकुर, श्रीमंत दगडुशेठ हलवाई गणपति मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष महेश सूर्यवंशी और कसबा के विधायक हेमंत रासने सहित साखरे परिवार के सभी सदस्य, रिश्तेदार और मित्रगण भी मौजूद थे. इस कार्यक्रम में प्राची एक्के द्वारा सूर्यकांत साखरे और रजनी साखरे का साक्षात्कार लिया गया.
कार्यक्रम का संचालन एसीपी मनीषा झेंडे ने किया. कार्यक्रम की योजना अनिरुद्ध येवले ने बनाई थी.
दृढ निश्चय से पहुंचे महाकुंभ
सूर्यकांत साखरे ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, चार वर्ष पूर्व काशी यात्रा पर जाने के बारे में सोच रहा था. संयोगवश प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ में जाने का दृढ निश्चय कर लिया. मैंने बाइक से कुंभ मेले में जाने क तैयारी शुरू कर दी फिर आगे का रास्ता आसान हो गया. रास्ते में कठनाइयां आई. लेकिन उन पर काबू पाते हुए हम दोनों महाकुंभ मेले तक पहुंच गए. वहां जाना खुशी की बात थी. हमारा अनुभव अद्भूत रहा.