पूणे

सामाजिक परिवर्तन की लड़ाई में डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर के विचारों के साथ-साथ विद्रोही कवि और पद्मश्री दलित पैंथर के संस्थापक जनक नामदेव ढसाल के विचारों की भी जरूरत है:  प्रकाश सालवे 

सामाजिक परिवर्तन की लड़ाई में डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर के विचारों के साथ-साथ विद्रोही कवि और पद्मश्री दलित पैंथर के संस्थापक जनक नामदेव ढसाल के विचारों की भी जरूरत है:  प्रकाश सालवे 

 

पुणे: पद्मश्री नामदेव ढसाल की अमृत महोत्सव जयंती पर पुणे शहर के दलितों की ओर से उनके विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए पंचशील चौक मातोश्री रमाबाई अंबेडकर रोड पर एक शुभकामना सभा का आयोजन किया गया.

 

इस अवसर पर बोलते हुए प्रकाश सालवे ने कहा कि सामाजिक परिवर्तन की लड़ाई में डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर के विचारों के साथ-साथ विद्रोही कवि और श्रद्धेय पद्मश्री नामदेव ढसाल के विचार भी शामिल हैं.

 

पूर्व विधायक जयदेव गायकवाड ने नामदेव ढसाल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इसकी जरूरत थी.

इस अवसर पर वार्ड की पूर्व नगरसेविका लताताई राजगुरु ,पूर्व नगरसेवक प्रदीप गायकवाड, कांग्रेस पार्टी के महासचिव पुणे शहर अनुसूचित जाति विभाग के राहुल दादा तायडे, सुजीत यादव ,भाजपा नेता श्रीराम चौधरी ,राष्ट्रवादी युवा नेता मयूर गायकवाड, रेलवे यूनियन बंडू गायकवाड, ससून मजदूर नेता प्रीतम भोसले, पैंथर नेता प्रभाकर सोनकांबले ,सतीश बनसोडे, उत्तम बनसोडे, राहुल सोनवाने, राजेश गवली, संजय जाधव, कांग्रेस नेता जमशुभाई शेख ,किशोर वाघेला, विवेक कांबले, राहुल गावने, विक्रम कांबले, एडवोकेट रूपेश सोनवाने, राजू इनामदार, अजय पुडगे आदि उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में बौद्ध धर्मगुरु संजय शिंदे ने बौद्ध वंदना के साथ श्रद्धासुमन श्रद्धांजलि अर्पित किये. आये हुए सभी महानुभावों ने नामदेव ढसाल से जुड़ी स्मृतियों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये।

 

आभार राहुल तायड़े ने माना। कार्यक्रम का सूत्र संचालन राष्ट्रवादी के नेता जनार्दन जगताप ने किया।

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