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जीपीएस सिस्टम का लोकेशन छोड़ दुसरे अनजान को क्यों उठा लाई पुलिस?साले को छुड़ाने थाने आए जीजा पर पुलिस ने पूरी रात बरसाईं लाठियां

जीपीएस सिस्टम का लोकेशन छोड़ दुसरे अनजान को क्यों उठा लाई पुलिस? साले को छुड़ाने थाने आए जीजा पर पुलिस ने पूरी रात बरसाईं लाठियां

पुलिस को इतनी छूट देना भी घातक बन सकता है?आज आम आदमी …तो कल मंत्री को इसी तरह करेंगे कोई भरोसा नहीं खाकी का ?

मुजफ्फरपुर: जिले में पुलिस की बर्बरता का एक और मामला सामने आया है। पानापुर करियात थाना में एक युवक को इतनी बेरहमी से पीटा गया कि उसका शरीर जगह-जगह नीला पड़ गया। पीड़ित रौशन कुमार सिंह का आरोप है कि थाना प्रभारी राज बल्लव यादव ने उसे 150 लाठियां मारीं और 70 हजार रुपए लेकर छोड़ा। अब पुलिस बाइक छोड़ने के लिए 30 हजार रुपए और मांग रही है। घटना बीते 11 मार्च की है। सरैया थाना के बहिलवारा गांव निवासी रौशन कुमार सिंह के साले को पानापुर करियात थाना की पुलिस ने रात 3 बजे बाइक चोरी के आरोप में पकड़ा था। जब रौशन उसे छुड़ाने के लिए थाने पहुंचे तब पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में ले लिया और बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। रौशन ने बताया कि जिस बाइक की चोरी हुई थी, उसमें जीपीएस लगा था। बाइक के मालिक ने उसे ट्रेस किया, तब उसकी लोकेशन हरचंदा गांव में मिली, जहां शिव शंकर मिश्रा नामक व्यक्ति रहता है, जो पहले भी बाइक चोरी के आरोप में जेल जा चुका है। लेकिन, पुलिस ने उसे पकड़ने के बजाय रौशन के साले को गिरफ्तार कर लिया, जो उस वक्त अपने घर में अकेला सो रहा था।

पूर्व मंत्री ने मामले की एसएसपी व ग्रामीण एसपी से की शिकायत

 

पिटाई से जख्मी रौशन ने जब पूरी घटना की जानकारी पूर्व मंत्री अजीत कुमार को दी, तब उन्होंने तुरंत एसएसपी सुशील कुमार और ग्रामीण एसपी विद्यासागर से संपर्क किया। दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने एसएसपी को आवेदन भी सौंपा। पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा, “जिस तरह से पानापुर थाना प्रभारी ने पैसे के लिए इंसान को बेरहमी से पीटा, चमड़ा उधेड़ी, वह असहनीय है। मैंने पीड़ित से रिश्वत का पैसा देने के सबूत भी देखे। अब यह मामला सिर्फ जांच का नहीं, बल्कि कार्रवाई का है। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो हम आंदोलन करेंगे।

 

पुलिस को बदनाम करने की कोशिश की जा रही

 

जब इस मामले में पानापुर थाना प्रभारी राज बल्लव यादव से संपर्क किया गया तो उन्होंने सभी आरोपों को साजिश बताया और कहा कि पुलिस को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। वहीं, एसएसपी सुशील कुमार ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी।

 

थाने में घंटों पिटाई, पैसे के लिए किया गया प्रताड़ित

 

रौशन ने बताया कि पुलिस ने उसे और उसके साले को घंटों पीटा। उसके शरीर के कई हिस्से नीले पड़ गए। पुलिस ने रौशन को छोड़ने के लिए 1 लाख रुपए की मांग की। लेकिन, वह इतनी रकम देने में असमर्थ था। उसने 70 हजार रुपए देने की बात कही। इसके बाद पुलिस उसे अपनी गाड़ी से एचडीएफसी बैंक की एटीएम ले गई, जहां से उसने 20 हजार रुपए निकाले। फिर वे एक्सिस बैंक की एटीएम गए, लेकिन वह बंद था। इसके बाद पुलिस ने रौशन से कहा कि वह किसी और तरीके से पैसे अरेंज करे। रौशन ने अपने एक सीएसपी संचालक दोस्त के खाते में 50 हजार रुपए ट्रांसफर किए। इसके बाद उसकी मां रात में पैसे लेकर थाने पहुंची। कुल 70 हजार रुपए देने के बाद पुलिस ने रौशन और उसके साले को छोड़ा। लेकिन, उनकी बाइक जब्त कर ली और कहा कि इसे छुड़ाने के लिए 30 हजार रुपए और देने होंगे।

 

थाने में बर्बरता }नीला पड़ा शरीर, थाना प्रभारी के खिलाफ शिकायत

थानेदार ने कहा-

पुलिस पीड़ित को

पुलिस पीड़ित को गाड़ी से एटीएम ले गई, 70 हजार लेकर छोड़ा

पुलिस की पिटाई से नीला पड़ा युवक का शरीर।

 

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