
प्रभारी मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने प्रदेश सरकार के सेवा, सुशासन व सुरक्षा के 8 वर्ष पूरे होने पर प्रेसवार्ता कर गिनाई उपलब्धियां
प्रेसवार्ता में मंत्री ने उत्तर प्रदेश उत्कर्ष के 8 वर्ष पुस्तकों का किया विमोचन
लखनऊ/जौनपुर विशाल समाचार संवाददाता
उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने प्रदेश सरकार के सेवा, सुरक्षा और सुशासन के 8 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मंगलवार को अपने प्रभार जनपद के कलेक्ट्रेट परिसर में प्रेस वार्ता कर केंद्र एवं प्रदेश सरकार के कार्यों, जनकल्याणकारी योजनाओं एवं उपलब्धियों की जानकारी दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश एवं प्रदेश में स्थिर शासन का स्वर्णिम काल चल रहा है, यह सभी के लिए सौभाग्य की बात है। प्रदेश में सेवा, सुशासन एवं सुरक्षा के 8 वर्ष पूर्ण हुए हैं। उत्तर प्रदेश में उत्कर्ष एवं अंत्योदय से समृद्धि, संपन्नता से गरीब कल्याण, नारी सम्मान, स्वाभिमान एवं स्वावलंबन, उन्नत कृषि, समृद्ध किसान, युवाओं की प्रगति और प्रतिष्ठा, सेवा, सुशासन और सुरक्षा, विरासत के साथ विकास, बेहतर कनेक्टिविटी, स्मार्ट एवं वैश्विक नगर, नगरीय कायाकल्प, बेमिसाल बिजली एवं सर्वत्र विद्युतीकरण, अपराध पर नियंत्रण एवं माफियाओं से मुक्ति के साथ सबका साथ सबका विकास को लेकर 8 वर्ष पूर्ण हुए है। अब उत्तर प्रदेश एक सशक्त और उत्तम प्रदेश बन चुका है। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ रोड कनेक्टिविटी, एयर व रेल कनेक्टिविटी पर कार्य हुआ है। विगत 8 वर्षों में प्रदेश के 6 करोड लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला गया। प्रदेश के 15 करोड लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा, 1.86 करोड़ परिवारों को निशुल्क गैस कनेक्शन, 2.6 करोड़ लोगों को किसान सम्मन निधि, 9 करोड लोगों को आयुष्मान कार्ड दिया गया, जिसमें से 12 लाख लोगों को जौनपुर में भी दिया गया है इसमें से 51 हज़ार से अधिक लोगों ने 156 करोड रुपए से अधिक का लाभ मिला। जौनपुर में 865766 कृषकों को 2408 करोड रुपए की किसान सम्मान निधि दी गई। पहले किसानों की स्थिति बहुत खराब थी, कृषि विकास दर 2 से 3 प्रतिशत होती थी लेकिन अब यह दर 13.7 प्रतिशत है और प्रदेश की जीडीपी में कृषि का 28 प्रतिशत से ज्यादा का योगदान है। सिंचाई क्षमता भी 2017 तक जो 82 लाख हेक्टेयर थी वह अब बढ़कर 131 लाख हेक्टेयर हो गई है। उन्होंने कहा कि 12,50000 गोवंश की 7700 गोआश्रय स्थलों के माध्यम से सेवा की जा रही है। नेशनल क्राइम ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश की कानून व्यवस्था बहुत अच्छी है। प्रदेश में महिला अपराधों, अपहरण, छिनौति, फिरौती, डकैती में कमी आई है। पुलिसिंग व्यवस्था दुरुस्त है तथा लखनऊ, गौतम बुद्ध नगर, कानपुर नगर, आगरा, वाराणसी, गाजियाबाद, प्रयागराज में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने से अपराध में जबरदस्त गिरावट आई है। वर्ष 2017 तक प्रदेश में एक्सप्रेस की कुल लंबाई मात्र 491 किलोमीटर थी जो कि अब 1225 किलोमीटर हो गई है इसी प्रकार प्रदेश में पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट सहित 16 एयरपोर्ट संचालित हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नगरीय परिवेश में राज्य की एक तिहाई आबादी रहती है, जिसका प्रदेश की जीडीपी में 65 प्रतिशत योगदान है। नगरीय क्षेत्र के विकास के लिए सरकार का पूरा जोर है। इस बीच 125 नए नगरीय निकायों का गठन किया गया, इसके विकास के लिए हजारों करोड रुपए खर्च किए जा रहे हैं, जिससे नागरिकों का जीवन स्तर ऊंचा हो सके और पूरे प्रदेश के नगरों को वैश्विक मानक का बनया जा सके। इसके लिए नगरों में 10,302 करोड रुपए से अधिक की योजनाएं धरातल पर चल रही है। इसी प्रकार विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है। प्रदेश में 1.21 लाख से अधिक मजरों का विद्युतीकरण किया गया। शेष 20 हज़ार से अधिक मजरों का विद्युतीकरण की प्रक्रिया चल रही है। वर्ष 2017 में 1.80 करोड़ विद्युत कनेक्शन थे जो कि अब बढ़कर 3.60 करोड करोड़ हो चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों सहित पूरे प्रदेश की विद्युत की जर्जर व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के कार्य हो रहे, जिसमें जर्जर लाइन, पोल को बदला जा रहा, ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि की जा रही, बांस बल्ली में संचालित लाइन को पोल में बदला जा रहा, जिससे लोगों को गुणवत्तापूर्ण बिजली मिलना सम्भव हुआ है। प्रदेश में 3 हज़ार मेगावाट क्षमता की सोलर परियोजनाएं कार्य कर रही हैं। प्रदेश औद्योगीकरण के क्षेत्र में भी बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। हजारों करोड़ों रुपए का निवेश आ रहा है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भी हम अचीवर स्टेट का स्तर प्राप्त कर लिए हैं। बेरोजगारी दर वर्ष 2016 में 18 प्रतिशत थी,जो कि अब घटकर मात्र तीन प्रतिशत रह गई है। प्रदेश में स्थानीय उत्पादों को ओडीओपी योजना के माध्यम से प्रोत्साहित किया जा रहा है।
प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है, अब हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज बनाने की योजना पर कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से पहले जब जिलों में एक अस्पताल की सुविधा नहीं थी, अब पूरे प्रदेश में 44 राज्य सरकार के 36 निजी क्षेत्र के कुल 80 मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं, इसमें 59 जनपदों में मेडिकल कॉलेज की सुविधा मिल रही है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रतिबद्ध है की विरासत के साथ विकास हो और इसी के लिए कार्य कर रही है। अभी महाकुंभ 2025 में दुनिया भर से 66 करोड़ से अधिक लोग आए और वहां की व्यवस्था पूरी तरह से दिव्य और भव्य रूप से बनी रही, जिसकी प्रशंसा पूरी दुनिया में हुई। वहां पर शिवालय पार्क नाम का एक नया तीर्थ भी बनाया गया है जो की बहुत ही दर्शनीय है। संगम त्रिवेणी क्षेत्र का विकास के साथ लेटी हुए हनुमान जी का आश्रम, महर्षि भारद्वाज ऋषि आश्रम, अक्षय वट, श्रृंगवेरपुर आदि उपतीर्थों का विकास किया गया, जहां पर पूर्व की सरकारों ने विगत 75 वर्षों में विकास के नाम पर एक ईंट भी नहीं लगाया था। इसके साथ ही प्रयागराज से विंध्याचल और काशी, प्रयागराज से अयोध्या गोरखपुर, प्रयागराज से लखनऊ नैमिषारण्य, प्रयागराज से चित्रकूट प्रयागराज से मथुरा वृंदावन होते हुए पांच धार्मिक कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है।
उत्तर प्रदेश अब बीमारू स्टेट से निकलकर देश की जीडीपी में 9 प्रतिशत का योगदान कर रहा है। प्रदेश की ग्रोथ रेट भी जो पहले 8, 6, 7 प्रतिशत होती थी, अब बढ़कर 12 प्रतिशत हो गई है। इसी प्रकार प्रदेश का इस वर्ष का 8 लाख करोड़ रुपए से अधिक का बजट अब तक का सबसे बड़ा बजट था और गत वर्ष के 7.36 लाख करोड़ रुपए से 10 प्रतिशत ज्यादा का था। इस भारी भरकम बजट के लिए जनता पर कोई भी अतिरिक्त टैक्स नहीं लगाया गया। माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विगत 10 वर्षों में जनधन योजना के तहत करोड़ों लोगों के खाते खुलवाए गए, इससे वित्तीय समावेशन भी हमारे प्रदेश में बड़ा है। बैंकिंग व्यवसाय जो 2016-17 में 12.75 लाख करोड रुपए का था वह अब बढ़कर 30 लाख करोड रुपए से अधिक का हो गया है। प्रदेश सरकार अंत्योदय से सर्वोदय की भावना के तहत कार्य करते हुए गरीबों की सेवा और मदद कर रही है और राज्य को शून्य से शिखर की ओर ले जाने का प्रयास कर रही। यह उत्तर प्रदेश की समृद्धि का स्वर्णिम काल है, जिसके लिए मुख्यमंत्री जी बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की एक नई पहचान बनी है, अब हमारा प्रदेश गुंडों, माफियाओं, अराजकतत्वों के नाम से नहीं जाना जाता है बल्कि देश में सबसे ज्यादा विकास करने वाले राज्य के रूप में पहचान बनी है।