
महार रेजिमेंट के मुख्यालय में डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर की पूरी लंबाई वाली मूर्ति
यशसिद्धि अजी-माजी सैनिक बहुउद्देशीय कल्याण संघ एवं रिपब्लिकन युवा मोर्चा की ओर से मांग
पुणे: यशसिद्धि अजी-माजी सैनिक बहुउद्देशीय कल्याण संघ की बैठक में मध्य प्रदेश के सागर स्थित महार रेजिमेंट के मुख्यालय में संविधानविद् डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की पूर्ण लंबाई वाली प्रतिमा लगाने की मांग की गई.
पिछले 45 वर्षों से लंबित इस मांग को आगे बढ़ाने के लिए भीम जयंती यानी 14 अप्रैल को राज्य भर के कार्यकर्ताओं और नागरिकों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अनुरोध पत्र भेजने के लिए एक अभियान चलाया जाएगा. इसी तरह, इस मांग के बारे में जनजागरूकता पैदा करने के लिए राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएंगी। इस बैठक में रिपब्लिकन युवा मोर्चा के राहुल डुंबाले ने बताया कि इस मांग को लेकर संसद के मानसून सत्र के दौरान संसद भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन या सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा.
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट आनंद वाघमारे, सुभेदार मेजर सुभाष कंकाल, सुभेदार मेजर पोपट अल्हाट, एसोसिएशन की महाराष्ट्र शाखा के कोषाध्यक्ष शामराव भोसले, सुभेदार मोहन यादव, पुणे शाखा अध्यक्ष संतोष वानखेड़े, लुकास केदारी, राहुल नागतिलक, किरण सोनावणे, राम दंबाले, किरण कदम ने अपने विचार व्यक्त किये. बैठक में अंबेडकरी आंदोलन में कार्यरत उपस्थित कार्यकर्ताओं ने संघ की इस मांग के प्रति अपना सक्रिय समर्थन व्यक्त किया.
कैप्टन बाबू पोल्के ने अध्यक्षीय भाषण दिया जबकि बुद्ध चव्हाण ने महार रेजिमेंट का इतिहास बताया और डॉ. अम्बेडकर की मूर्ति की आवश्यकता को प्रभावी ढंग से बताया। किरण सोनावणे ने उपस्थित लोगों को धन्यवाद दिया।
इसके बाद सभा के अध्यक्ष कैप्टन बाबू पोल्के, राहुल दंबाले, लेफ्टिनेंट आनंद वाघमारे ने अंबेडकर स्मारक पर डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.