
‘गौरव संविधान’ कार्यक्रम से शुरू हुई महापुरुष की संघर्ष यात्रा
विश्वभूषण डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर सांस्कृतिक महोत्सव समिति, पुणे की ओर से संयुक्त जयंती महोत्सव
पुणे: भारतीय संविधान के अमृत जयंती वर्ष के अवसर पर डॉ. विश्वभूषण. बाबासाहेब आंबेडकर सांस्कृतिक महोत्सव समिति, पुणे और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (स्मरण) द्वारा आज ‘गौरव संविधान’ नामक संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की संघर्षपूर्ण जीवन यात्रा के बारे में बताया गया है, साथ ही ‘गौरव संविधान’ में छत्रपति शिवाजी महाराज और महात्मा ज्योतिबा फुले के कार्यों पर भी प्रकाश डाला गया है।
विश्वभूषण डॉ. छत्रपति शिवाजी महाराज, प्रियदर्शी सम्राट अशोक, महात्मा ज्योतिबा फुले और भारत रत्न डॉ. बाबा साहब अंबेडकर की जयंती के अवसर पर संयुक्त जयंती महोत्सव मनाया जा रहा है। इस पहल के तहत आज राजर्षि शाहू महाराज चौक बोपोडी में एक शानदार संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में पुणे के अम्बेडकर प्रेमियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में प्रस्तुत प्रत्येक मधुर एवं गुणवत्तापूर्ण गीत की उपस्थित लोगों ने सहज सराहना की।
उदय साटम द्वारा निर्मित-निर्देशित कार्यक्रम ‘गौरव कॉन्स्टिट्यूएंट’ की शुरुआत ‘नमस्कार न्यायी अहो बुद्धदेवा’ गीत से हुई, इसके बाद छत्रपति शिवाजी महाराज और डॉ. डॉ. अंबेडकर के ‘दो राजा यहां…’ ‘धन्य धन्य ते महात्मा फुले’, महात्मा फुले पर ‘बुद्ध-कबीर-भीमराव-फुले’ गीत प्रस्तुत किए गए। अम्बेडकर के जीवन संघर्ष को विभिन्न गीतों और संगीत नाटकों के माध्यम से उजागर किया गया।