
बसपा की राष्ट्रीय बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को मिला समर्थन, आकाश आनंद को सौंपी गई बड़ी जिम्मेदारी
नई दिल्ली/पुणे: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की एक अहम राष्ट्रीय बैठक हाल ही में दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय में पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व सांसद आदरणीया सुश्री बहन मायावती जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में देशभर से आए वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। इसमें संगठन को मजबूत करने और समसामयिक राष्ट्रीय मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
बैठक की प्रमुख बातें:
पार्टी के युवा नेता आकाश आनंद को सर्वसम्मति से मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक की जिम्मेदारी सौंपी गई। अब वे संगठन विस्तार और आगामी कार्यक्रमों के संचालन की भूमिका निभाएंगे।
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए, भारतीय सेना द्वारा की गई कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की भूरी-भूरी प्रशंसा की गई। मायावती जी ने इसे “गौरवशाली और प्रेरणादायी” बताया और कहा कि देश को इस प्रकार की सशक्त कार्रवाइयों की आवश्यकता है।
पाकिस्तान की बार-बार दी जाने वाली परमाणु धमकियों पर भारत की कड़ी और निर्णायक प्रतिक्रिया को बसपा ने सराहा। साथ ही, कश्मीर मुद्दे पर किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को नकारने की नीति का भी समर्थन किया।
बुद्ध और डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं के अपमान की घटनाओं की कड़ी निंदा की गई। बहनजी ने राज्य सरकारों से ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
मध्यप्रदेश के एक मंत्री द्वारा महिला सैन्य अधिकारियों पर दिए गए अशोभनीय बयान और समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा सेना को जातिवादी रंग देने के प्रयास की तीखी आलोचना की गई। पार्टी ने ऐसे वक्तव्यों के खिलाफ कानूनी और राजनीतिक मोर्चे पर कठोर कदम उठाने की मांग की।
बैठक में बढ़ती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी और सामाजिक अन्याय जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। दहशतवाद और आंतरिक अस्थिरता को इन समस्याओं का कारण बताते हुए केंद्र सरकार से संसाधनों का सही इस्तेमाल करने की अपील की गई।
संगठनात्मक निर्णय:
पार्टी की गणवेशधारी इकाई बहुजन वॉलंटियर फोर्स (B.V.F.) को पुनः सक्रिय करने का निर्णय लिया गया है। यह फोर्स पार्टी कार्यक्रमों में अनुशासन और समन्वय बनाए रखने का कार्य करेगी।
राज्यों और जिलों में संगठनात्मक समितियों के पुनर्गठन की समीक्षा की गई और जिन स्थानों पर कार्य में कमी पाई गई, वहां तत्काल सुधार के निर्देश दिए गए।
दलितों पर हो रहे अत्याचार के मामलों में बसपा प्रतिनिधिमंडलों को पीड़ित परिवारों से मिलने और कानूनी मार्ग से न्याय दिलाने के निर्देश दिए गए।
बिहार चुनाव को लेकर ऐलान:
बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि बसपा आगामी बिहार विधानसभा चुनाव स्वतंत्र रूप से, बिना किसी गठबंधन के लड़ेगी। पार्टी का उद्देश्य बहुजन समाज की नीतियों और विचारधारा को सशक्त रूप से सामने रखना है।
डॉ. हुलगेश चलवादी (राज्य महासचिव, महाराष्ट्र) ने जानकारी दी कि यह बैठक बसपा के लिए एक नई दिशा और ऊर्जा लेकर आई है। पार्टी देशभर में संगठनात्मक विस्तार और जनहित के मुद्दों पर संघर्ष तेज करेगी।