
“सफाई कर्मियों को सम्मान और अधिकार दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी” – ए.के. शर्मा
ब्यूरो विशाल समाचार संवाददाता
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने रविवार को लखनऊ के रविंद्रालय सभागार, चारबाग में आयोजित दलित समाज चिंतन सम्मेलन को संबोधित करते हुए सफाई कर्मियों को समाज का गौरव बताया और उन्हें पूर्ण सम्मान देने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी 762 नगरीय निकायों को वैश्विक नगर बनाने की दिशा में सफाई कर्मियों का योगदान अमूल्य है।
उन्होंने बताया कि जी-20 सम्मेलन और प्रयागराज महाकुंभ जैसे वैश्विक आयोजनों के दौरान उत्तर प्रदेश की नगर सफाई व्यवस्था ने दुनिया भर से प्रशंसा बटोरी है। सफाई मित्रों के कार्यों को देखते हुए आधुनिक मशीनें, उपकरण, डस्टबिन, कम्पैक्टर और सुरक्षा किट उपलब्ध कराई जा रही हैं।
कार्यक्रम का उद्घाटन महर्षि वाल्मीकि व डॉ. भीमराव अंबेडकर के चित्रों पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर किया गया। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि नगर विकास मंत्री के रूप में वे स्वयं को प्रदेश का सबसे बड़ा सफाई कर्मी मानते हैं और किसी भी प्रकार का शोषण सहन नहीं किया जाएगा। सफाई कर्मियों को समय पर पारिश्रमिक मिले, इसके लिए व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया गया है।
उन्होंने कहा कि अब किसी सफाई कर्मी को मेनहोल में नहीं उतरना पड़ता, मशीनों की मदद से सीवर की सफाई हो रही है। उन्होंने सफाई कर्मियों से अपील की कि वे बिना सुरक्षा किट के कार्य न करें।
उन्होंने बाल्मिक, धनुक, स्वच्छकार, मुसहर जैसे समाजों को अपना परिवार बताते हुए कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में जिस सफाई कर्मियों ने 10 प्रतिशत वैश्विक आबादी के समकक्ष श्रद्धालुओं के बीच सफाई की जिम्मेदारी निभाई, वह गर्व की बात है।
सम्मेलन में दलित समाज की सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक समस्याओं पर विस्तार से मंथन हुआ। मंत्री जी ने वाल्मीक महापंचायत द्वारा सौंपे गए सात सूत्रीय ज्ञापन पर विचार का आश्वासन दिया। ज्ञापन में वेतन विसंगति, सेवा सुरक्षा, न्यूनतम वेतन, जीपीएफ, संविदा सफाई कर्मियों के शोषण से संबंधित मांगें शामिल थीं।
कार्यक्रम में राज्य अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के सदस्य उमेश कठेरिया, सांसद व पूर्व मंत्री अनूप प्रधान वाल्मीक, उत्तर प्रदेश सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुंदर बाबू चंचल, सोनू धानुक, गौरव वाल्मीकि सहित कई प्रतिनिधिगण मौजूद रहे। हजारों की संख्या में दलित समाज के कार्यकर्ताओं ने सम्मेलन में भाग लिया।