मैनपुरी : शैफई पीजीआई के कुछ दो डाॅक्टर नशे धुत मिले थे एक स्टाफ. एक महिला जो अपने आप को डाक्टर पूजा एमबीबीएस अपने को खुद हास्पिटल की हैड वता रही थी
यह घटना एक दो दिन पहले रात की है। जौ शोसल मिडिया पर वडी तेजी वायरल हो रही है। जोकि यही पर वो सैफई पीजीआई के डॉक्टर्स है जो इमरजेंसी में डूटी पर तैनात थे । सूत्रों की मानें तो सूत्रों से खबर है कि यह कोई नई बात नहीं ,यहां पर तो हमेशा का हाल है।
यह खबर फेसबुक शोसल मिडिया काफी तेजी वायरल हो रही है।
मामला इस प्रकार है अनस यादव को समय पर भर्ती कर लिया जाता तो ,अनस को कुछ समय मिल जाता,,!
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11 साल के अनस यादव को वेंटीलेटर की जरूरत थी,
इनके थोड़े से प्रयास से उसको कुछ समय मिल सकता था , अगर रात को ये भर्ती कर लेते और ब्लड चढ़ा देते .उस बच्चे के अंदर 1.5 ब्लड था और इमरजेंसी में 3 घंटे में एक यूनिट चढ़ाया जा सकता है या दो यूनिट चढ़ जाता तो बच्चे को सुबह उसको लखनऊ दिखा देते , अनस यादव के गरीब मां बाप जब एडमिट करने का निवेदन किया तो उनको भागा दिया और जब हम गए पूछने तो हमारे साथ अभद्रता कर रहे थे,और जब ये देख कर हमारे साथ शुभम Chotu Pandit ने वीडियो बनाना शुरू किया तो फोन छीनने की कोशिश की हॉस्टल से लड़के और गुंडे बुला कर वीडियो डिलीट करने की धमकी दी , कुछ लड़के बुलाकर मुझे घेर कर वीडियो डिलीट करने और मारपीट की धमकी देने की कोशिश की..!
पर हम सत्य के साथ थे इसीलिए न झुके ना डरे और जब इनको लगा ये वीडियो से फंस रहे है तो आखिर में बच्चे को उपर एडमिट करने ले गए पर तब तक शायद बच्चे की जान जा चुकी थी।
पर फिर भी इन लोगो ने अपने कैंपस के लड़के गुंडे बुलाते रहे ताकि हमारे लोगो को मार कर वीडियो छीन सके।
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में हर रोज आमजनता और मरीजों को ये नीच और गन्दी मानसिकता वाले गुंडों का सामना करना पड़ता है ,मरीजों को इलाज तो नही मिलता पर धमकियां गुंडा गर्दी जरूरी मिलती है।
कब होगी कार्रवाई , सूत्रों का कहना है ।कि शैफई अस्पताल को कही दूसरे शहर में शिफ्ट कर दिया जाए जिससे गरीबों को सरकारी सुविधाएं मिल सकें