इटावा : महिलाओं के सम्मान,सुरक्षा, उन्हें संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं में शामिल कर लाभान्वित कर विकास की मुख्य धारा से जोड़ने,आत्म निर्भर बनाने के लिये प्रदेश सरकार बचन बद्ध है। आज पीड़ित महिला को तत्काल न्याय मिल रहा है, विभिन्न घटनाओ ,अपराधो में पीड़ित महिलाओं को शासन द्वारा आर्थिक मदद मुहैया करार्इ जा रही है।
उक्त उद्गार उ.प्र..राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष (उप मंत्री स्तर प्राप्त) अंजु चौधरी ने सिंचाई विभाग के निरीक्षण भवन में आयेाजित महिला जन सुनवाई दिवस में पीड़ित महिलाओं की समस्याओ को सुनने के दौरान व्यक्त किये। उन्होंनेे कहा कि पीड़ित शोषित महिलाओं के उत्पीड़न की शिकायतो के निस्तारण हेतु महिला आयोग गठित किया गया है। पीड़ित महिलाओ को उनका हक दिलाया जायेगा। महिला जन सुनवार्इ दिवस में पीड़ित महिलाओं की शिकायतों को सुनकर उन पर तत्काल कार्यवाही कर श्शोषित महिलाओ को मौके पर राहत प्रदान कराई जा रही है, और कई मामलो में दोनो पक्षों को बुलाकर सहमति के आधार पर उनका समझौता कराया जाता है।
आज आयेाजित महिला जन सुनवाई दिवस में सुनीता देवी पत्नी राम प्रसाद निवासी अड्डा ज्ञान सिंह ने एनआरएलएम के मिशन प्रबन्धक द्वारा प्रताड़ित किये जाने के संबंध में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया जिस पर उन्होने उसे पृष्ठांकित कर संबंधित को तत्काल निस्तारण किये जाने के निर्देश दिये। इसके बाद सिंचाई भवन के निरीक्षण भवन के सभागार में आयोजित ग्राम प्रधानो के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि विद्या,शिक्षा सबसे बड़ी शक्ति होती है, जो दायित्व सौंपे गये है, अपने कार्यो का बिना किसी भेदभाव के पारदर्शिता के साथ ईमानदारी से निर्वहन करें।
इस अवसर पर महिला थानाध्यक्ष हेमलता, विनीता गुप्ता पूर्व चेयरमैन न.पा.परिषद, जिला प्रोवेशन अधिकारी सूरज सिंह ,सीडीपीओ सुरेश कुमार यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी रविन्द्र कुमार शशि, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उमानाथ, दीपाली, अजीत कुमार दुबे आदि उपस्थित रहे।