मध्य प्रदेशरीवा

जनकल्याण एवं सुराज कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री ने वर्चुअली किसानों को किया संबोधित

विशाल समाचार टीम

रीवा : जनकल्याण और सुराज के 20 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में कृषि कल्याण और कृषि विभाग द्वारा बीज योजना को बढ़ावा देने, कृषि अधोसंरचना में सुधार तथा एफपीओ गठन व मिनी किट वितरण कार्यक्रम को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल से वर्चुअली संबोधित किया। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर एवं प्रदेश के कृषि कल्याण मंत्री श्री कमल पटेल ने भी उद्बोधन दिया।

कृषि विज्ञान केन्द्र रीवा में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि के साथ-साथ किसानों को गौपालन एवं उद्यानिकी फसलों को भी लेना होगा। तभी कृषि के आयाम पूरे होंगे। कृषि भूमि से अधिक से अधिक लाभ कैसे मिले इस पर किसानों को सोचना होगा तथा कृषि वैज्ञानिक व कृषि विभाग के अधिकारी कृषकों को इस संबंध में आवश्यक परामर्श दें। वर्तमान समय में अधिकांश लोगों का कृषि से मोह भंग हो रहा है। यह चिंताजनक है। कृषि के प्रति आकर्षण बढ़ाने व उसे लाभ का धंधा बनाने के सभी प्रयास करने होंगे। किसानों को तीन फसलों का उत्पादन लेते हुए अपनी कृषि भूमि में गोबर एवं जैविक खाद का उपयोग करने की सलाह विधानसभा अध्यक्ष ने दी। इनके उपयोग से उर्वरता तो बढ़ती ही है अपितु रासायनिक खाद की खपत भी कम होती है। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से किसानों के कल्याण के लिये अनेक योजनायें व कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। इनका लाभ किसानों को आगे बढ़कर लेना चाहिए।

इस अवसर पर सांसद श्री जनार्दन मिश्र ने कहा कि शासकीय मण्डियों में अनाज का मूल्य बढ़ने से बाजार में प्रतिस्पर्धा हुई है और किसानों को उनकी उपज का अच्छा मूल्य मिलने लगा है। खेती व्यवसाय का रूप ले इसलिये जरूरी है कि किसान एफपीओ से जुड़ें। उन्होंने कहा कि छोटी जोत के किसानों को उनकी उत्पादकता का कम लाभ मिलता है इसलिये वह कान्ट्रेक्ट फॉर्मिंग से लाभ लेकर आय बढ़ा सकते हैं। उन्होंने फसल बीमा कराने तथा अपने कृषि उपकरणों जैसे ट्रैक्टर व ट्रॉली का बीमा अनिवार्यत: कराने की सलाह किसानों को दी।

विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यक्रम में कृषक वृंदावन वर्मा, मुचकुंद गोरा पटेल को Ïस्प्रकलर सेट, रामसागर शुक्ल को विद्युत पंप तथा पुष्पा देवी सिंह एवं काशीनाथ कुशवाहा को पाइपलाइन सेट के तहत प्रदत्त अनुदान राशि के प्रमाण पत्र वितरित किये। उन्होंने तिलहन फसल अलसी, सरसों बीज के मिनी किट किसानों को बांटे।

कार्यक्रम के संयोजक उप संचालक आत्मा परियोजना प्रीति द्विवेदी ने बताया कि कृषि अधोसंरचना नीति के तहत जिले के कृषक लाल बहादुर सिंह व श्रीमती मंजू सिंह को एक-एक करोड़ रूपये की राशि वेयर हाउस निर्माण के लिये प्रदान की गई है। इसी प्रकार बीज ग्राम योजनान्तर्गत 19 गांवों में 190 Ïक्वटल बीज का वितरण 50 प्रतिशत अनुदान पर किया गया। जिले में पूर्व से आठ एफपीओ संचालित हैं। त्योंथर एवं गंगेव में एफपीओ बनाकर प्याज एवं आलू के उत्पादन व प्रोसेसिंग गतिविधि को बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। कृषि विज्ञान केन्द्र में आयोजित कार्यक्रम में किसानों को कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों ने आवश्यक जानकारी व परामर्श दिया। इस दौरान जिला पंचायत के कृषि स्थायी समिति के अध्यक्ष, सुरेन्द्र सिंह चंदेल, रावेन्द्र सिंह रामनरेश तिवारी निष्ठुर, पुष्पेन्द्र गौतम, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक आरआर तिवारी, डॉ. अजय पाण्डेय सहित कृषि वैज्ञानिक व कृषक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन उप संचालक कृषि यूपी बागरी ने किया।

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