भारतीय चुम्बकत्व संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने माडल साइंस कालेज में ई-वर्कशाप में दिया व्याख्यान
रीवा :शासकीय माडल साइंस महाविद्यालय रीवा में सात दिवसीय ई-वर्कशाप का आयोजन किया जा रहा है। ई-वर्कशाप के पांचवे दिन भारतीय चुम्बकत्व संस्थान प्रयागराज के प्रो. मनोहर लाल यादव ने मुख्यवक्ता के रूप अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने ई-वर्कशाप में आनलाइन विभिन्न स्थानों से जुडे हुए प्रतिभागियों को ‘‘स्पेशल लेक्चर आन रिसर्च मेथडोलाजी- एन इन्ट्रोडक्षन’’ पर अपना उद्वोधन दिया। उन्होंने बताया कि कैसे एक घटना दूसरी घटना से जुड़ी होती है घटनाओं को कोरिलेट करते हुए उनके नये आयाम को एक्सप्लोरेटरी, डायग्नोस्टिक रिसर्च स्टडीज, हाइपोथिसिस टेस्टिंग रिसर्च स्टडीज रिसर्च के रूप में तथ्यात्मक जानकरी दी। आगे उन्होंने रिसर्च मेथडोलाजी के प्रकार को विस्तार से समझाते हुए डिस्क्रेप्टिव रिसर्च, एनालिटिकल रिसर्च, एप्लाइड रिसर्च, फण्डामेंटल रिसर्च, क्वन्टटेटिव रिसर्च, क्वालिटेटिव रिसर्च, कानसेप्चुअल रिसर्च, इम्पिीरिकल रिसर्च पर विस्तार से चर्चा की। डिस्क्रिप्टिव रिसर्च को समझाते हुए कहा कि इसमें शोधार्थी का बैरियवल पर नियंत्रण नहीं होता वो केवल उस घटन को कब हुई कैसे हुई बता सकते हैं यह मुख्यतः सर्वे करने की कम्प्रेटिव और कोरिलेटिव मैथेड है एक्सपोस्टफैक्टो रिसर्च मुख्यतः मानवीय विज्ञान के अध्ययन में होता है। अदर टाइप्स आफ़ रिसर्च के बारे में गहन चर्चा करते हुए हिस्टोरिकल रिसर्च, कनक्लूजन ओरिएंटेड रिसर्च एवं डिसीजन ओरिएंटेड रिसर्च के संबंध में विस्तृत रूप-रेखा प्रस्तुत की। हिस्टोरिकल रिसर्च के बारे में चर्चा करते हुए शोर्ष डाक्यूमेंटशन, फिलास्पी आफ़ पर्सन एवं रिमोट प्वाइंट तथा इसी प्रकार कनक्लूजन ओरिएंटेड रिसर्च पर विशेष जोर देते हुए पिकअप प्राब्लम एवं रिड्यूस इंक्वायरी को गहराई से समझाया। ई-वर्कशाप के पैटर्न महाविद्यालय के प्राचार्य व अतिरिक्त संचालक डॉं. पंकज श्रीवास्तव, कनवेनर डॉं. कमलेश सिंह को-कनवेनर डॉं. गणेश अग्रवाल, डॉं. देवेन्द्र शर्मा अर्गनाइजिंग कमेटी के संदीप तिवारी, रोशनी हल्दकार, डॉं. अशोक कुमार मिश्र, डॉं. उमेश मिश्रा, डॉं. अमित सिंह, डॉं. आरती तिवारी, डॉं. संदीप शुक्ला, डॉ. अम्बिकेश पाण्डेय, डॉ. अरुणेन्द्र पाण्डेय इत्यादि