विशाल समाचार टीम इटावा
इटावा : परिवहन देय,स्टाप एवं निबन्धन, वाणिज्य कर, विद्युत देय में राजस्व वसूली बढ़ाये जाने, बड़े बकायादारों से अभियान चलाकर राजस्व वसूली कराये जाने, विभिन्न आयेागो से प्राप्त होने वाले सन्दर्भों, आडिट आपत्तियों का निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत निस्तारण कराये जाने, अमीनों की राजस्व वसूली का लक्ष्य निर्धारित किये जाने के निर्देश दिये।
उक्त निर्देश जिलाधिकारी श्रुति सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार मे आयोजित कर-करेत्तर, राजस्व वसूली की समीक्षा बैठक में दिये। उन्होंने समीक्षा में पाया कि परिवहन देय में 947.00 लाख के सापेक्ष 576.00 लाख, स्टाप एवं निबन्धन में 1482.00 लाख के सापेक्ष 1044.08 लाख, वाणिज्य कर द्वारा 977.90 लाख के सापेक्ष 750.65 लाख, विद्युत देय में 3490.00 लाख के सापेक्ष 3086.30 लाख की वसूली पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि वसूली की प्रगति मे सुधार लाया जाये इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये।
उन्हाेंने परिवहन देय,स्टाप एवं निबन्धन, वाणिज्य कर द्वारा की जा रही राजस्व वसूली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि राजव वसूली कम होने से जनपद खराब स्थिति में हैं अतः आर. सी. वसूली पर विशेष ध्यान दिया जाये ताकि प्रगति में सुधार लाया जा सके,समस्त तहसीलदार विशेष ध्यान देकर राजस्व वसूली की प्रगति बढ़ायें।
जिलाधिकारी द्वारा बैठक मे सभी उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों को निदेश दिये कि किसी भी दशा में 05 वर्ष से अधिक पुराने वाद किसी भी कोर्ट में लम्बित न रहे। इस पर विशेष ध्यान दिया जाये, इसके साथ ही 03 वर्ष ,01 वर्ष से पुराने लम्बित वादों की तारीखों का निर्धारण कर उनका निस्तारण शीघ्र कराया जाये। उन्होने निर्देश दिये कि विभिन्न आयोगों के लम्बित सन्दर्भों का निस्तारण निरधारित समय सीमा के अन्दर कराया जाये।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वि.रा. जय प्रकाश, समस्त उप जिलाधिकारी, समस्त तहसीलदार,नायब तहसीलदार सहित कलेक्ट्रेट के संबंधित अनुभागों के अधिकारी आदि उपस्थित रहे।