जिलाधिकारी ने लंबित सीडब्ल्यूजेसी एमजेसी,एलपीए वादों की विभागवार समीक्षा कर दिए कई निर्देश
सबंधित विभागीय अधिकारियों को लंबित मामलों को पूरी गंभीरता से लेते हुए उसकी अनवरत मॉनिटरिंग का दिया निर्देश.
भूमिविवाद को लेकर प्रत्येक शनिवार को होने वाली बैठक का भी किया समीक्षा
सीतामढी बिहार: जिलाधिकारी सुनील कुमार यादव ने समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में सी डब्ल्यू जे सी ,एमजेसी एवं एलपीए से संबंधित वादों का विभागवार समीक्षा किया।उन्होंने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि माननीय न्यायालय में चल रहे मामलों को पूरी गंभीरता के साथ लेते हुए उसका सतत मॉनिटरिंग करें साथ ही ससमय ओथ दायर करें एवं अन्य आवश्यक करवाई भी ससमय अनिवार्य रूप से करें। जिलाधिकारी ने कहा कि सी डब्ल्यू जे सी से संबंधित डिस्पोजल के मामलों में उसका वेबकॉपी विधि शाखा का को ससमय उपलब्ध कराएं ताकि उस मामले को सूची से हटाया जा सके। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी संबंधित विभाग लीगल शाखा से लगातार समन्वय बनाकर रखे और हर हाल में चल रहे मामलों का ससमय निष्पादन करवाना सुनिश्चित करें। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि सी डब्ल्यू जे सी एवं एमजेसी के सबसे अधिक मामले पुलिस, शिक्षा, बागमती परियोजना आईसीडीएस आदि में है। जिलाधिकारी ने कहा कि भूमि विवाद प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। उन्होंने निर्देश दिया कि भूमि विवाद को लेकर प्रत्येक शनिवार को सभी थानों में होने वाली बैठक को पूरी गंभीरता से लें। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि जिस अंचल में दो थाने हैं वहां अंचलाधिकारी दो शिफ्ट में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि एक थाने में सुबह 11:00 बजे से 2:00 बजे तक एवं दूसरे थाने में 3:00 से 6:00 तक संबधित सीओ उपस्थित रहकर भूमि विवाद का निष्पादन करें। उन्होंने कहा कि जहां दो से अधिक थाने हैं वहां भी जबाबदेह पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। जिलाधिकारी ने सीएम डैशबोर्ड से संबंधित मामले की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि सभी संबंधित विभाग हर हाल में ससमय मामले का निष्पादन कर जिला मुख्यालय को प्रतिवेदन सौंपेंगे। उक्त बैठक में अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी महेश लाल दास, निर्देशक डीआरडीए मुमुक्षु चौधरी, विधि शाखा प्रभारी संजय कुमार,डीपीआरओ परिमल कुमार ,सभी एसडीओ सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.