महाराष्ट्र के प्रसिद्ध येवले ग्रुप ने भारत भर में 5,000 से अधिक लोगों के लिए उपलब्ध कराए रोजगार
येवले ने अपनी नई कॉर्पोरेट आईडेंटीटी और फुड प्रोडक्ट का अनावरण किया.
पुणे महाराष्ट्र: कहा जाता है कि बेहतरीन चाय बनाना हर किसी के बस की बात नहीं होती. जैसे की अंग्रेजी में कहा जाता है द राइट कप ऑफ टी इन डिड नॉट एवरीवन कप ऑफ टी . पुणे के पसंदीदा और जाने-माने येवले अमृततुल्य ने 2017 में पूरे परिवार की भागीदारी के साथ व्यवसाय में अपना कदम रखा. आज, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और राजस्थान में 300 फ्रेंचाइजी के साथ, उन्होंने बड़ी सफलता और प्रसिद्धि हासिल की है. उन्होंने महज 3 साल में देशभर में अपना विस्तार किया है.
पुणे के पुरंदर तहसील के येवले परिवार ने बहुत सारे शोध, विकास और गुणवत्ता की कसौटी पर खरा उतरते हुए चाय के सही मिश्रण की खोज की है. एक लाभदायक व्यवसाय चलाते हुए भारत के लोगों को बेहतरीन चाय की सेवा प्रदान करते हुए आज वे बड़े ही संतुष्ट है.
आज पत्रकार संघ में आयोजित अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में येवले ग्रुप ने एक नई कॉर्पोरेट आईडेंटीटी और नए लोगों की घोषणा की है. उन्होंने अपने नए उत्पादों के साथ भारत के आम आदमी के लिए बेहतरीन चाय की पेशकश की है. इस नए शुभारंभ के अवसर पर नवनाथ येवले (संस्थापक और एमडी येवले ग्रुप) साथ ही गणेश येवले, नीलेश येवले, मंगेश येवले और तेजस येवले, संचालक, येवले ग्रुप उपस्थित थे.
समान मूल्य और स्वाद को बरकरार रखने वाले उनके उत्पादनों में चाय के साथ ही स्पॉन्जी केक, बाकरवडी इकॉनॉमी और फॅमिली पॅक, क्रंची जेगेरी ओट्स, कुकीज भी होते है. मुड चाहे कोई भी एक कप चाय पीने का मुड, ऑफिस का टी ब्रेक, दोस्त परिवार वालों के साथ इकट्ठा चाय पीने का मुड हो या सिर्फ तरोताजा होने के लिए भी आप भारत के किसी भी येवले अमृततुल्य आऊटले पर सर्दी के इस मौसम में गरम चाय का स्वाद ले सकते है.
येवले ग्रुप ऑफ कंपनी को यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि पूरे भारत में फैले उनके सभी आउटलेट्स के माध्यम से, उन्होंने अब तक 5,000 से अधिक लोगों के लिए व्यापार के अवसर और रोजगार का सृजन किया है. एक स्थानीय महाराष्ट्रीयन समूह के रूप में, वे भारतीय अर्थव्यवस्था में और लोगों के कल्याण के लिए, कुछ हद तक योगदान देकर बहुत खुश हैं. कंपनी “एक समृद्ध, संतुष्ट, बेरोजगारी मुक्त दुनिया बनाने” की दृष्टि का समर्थन करती है.
चाय प्रेमियों को विश्व स्तरीय अनुभव देनेवाले उनके कई कॉर्पोरेट मूल्य वर्धित आउटलेट्स है जो सुपर हाइजीनिक, स्वच्छ, प्रशिक्षित कर्मचारियों से युक्त है.
इस अवसर पर बोलते हुए, येवले ग्रुप के संस्थापक और एमडी नवनाथ येवले ने कहा, “हम पिछले कुछ समय से बाजार में नई कॉर्पोरेट पहचान और उत्पादों को पेश करने की सोच रहे थे, हम अपने ब्रांड को एक वैश्विक ब्रांड के रूप में स्थापित कर रहे हैं और हम जल्द ही दक्षिण भारत के अन्य राज्यों में विस्तार करने की राह पर हैं. हमारा लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थ और सेवाओं के क्षेत्र में दुनिया का सबसे अधिक मान्यता प्राप्त ब्रांड बनना है. साथ ही देश की अर्थव्यवस्था में मदद करने के लिए युवा मेहनती व्यक्तियों को उद्यमी बनाना और दूसरों के लिए रोजगार पैदा करना भी हमारा मकसद है”
उन्होंने आगे कहा, नए उत्पादों को बाजार में लाना एक उद्योग की एक स्वाभाविक बात है क्योंकि ये उत्पाद हमारे चाय के साथ अच्छी तरह से मेल खाते हैं. हम चाहते हैं कि हमारे ग्राहक हमारी सेवा का आनंद लें और हम चाय और नाश्ते के लिए वन स्टॉप आऊटलेट्स बनाए.
चाय बनाना भी एक बडी कला है और हम अपनी फैक्ट्री में अमृततुल्य मसाला बनाने के लिए उतनी ही मेहनत करते है जितना कि एक विशेषज्ञ शेफ अपनी सिग्नेचर डिश बनाने के लिए करता है. चूंकि पूरा परिवार इस व्यवसाय में शामिल है, इसलिए सभी की इसमें एक बड़ी जिम्मेदारी है और इस तरह हम अपने मूल्यवान ग्राहकों को दी जाने वाली हर कप चाय में गुणवत्ता और ताजगी बनाए रखते हैं.
हम सामाजिक जिम्मेदारी में विश्वास रखते हैं और हमारे पास एक विभाग है जो कॉर्पोरेट सामाजिक रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) का ख्याल रखता है. जिस पर हमारे संचालकों की कड़ी नजर है. इसके जरिए हम युवाओं और उद्यमियों को बिजनेस कंसल्टिंग, बिजनेस और ग्रोथ स्ट्रेटेजी बनाने में मदद करते हैं, और स्वास्थ्य सेवा उद्योग में योगदान भी देते है.