विश्व युवा परिषद ने बिहार बंद के दौरान किया सड़क जाम। सरकारी बहाली में गड़बड़ी कर छात्र एवं युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना देश के लिए घातक –
वाकेश कुमार पूर्वे प्रतिनिधी सीतामढी
सीतामढ़ी बिहार: विश्व युवा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश यादव ने शहर के मेहसौल चौक के पास एनएच जाम कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया। उन्होंने सरकार से मांग किया की रेलवे अभ्यर्थियों एवं शिक्षकों पर दर्ज मुकदमा बिना शर्त वापस ले, ग्रुप डी में मेंस परीक्षा लेने की तुगलकी फरमान वापस ले,एनटीपीसी में एक पद के बदले एक ही छात्रों को गिनती करते हुए नए कट ऑफ के साथ पुनः रिजल्ट जारी करें, छात्रों को अभद्र गली देते हुए हॉस्टल में घुसकर जानलेवा हमला करने वाले पुलिस कर्मी को बर्खास्त करें और रेलवे भर्ती के पंचवर्षीय बहाली प्रक्रिया खत्म करें। आगे उन्होंने कहा कि सरकार को डिजिटल प्रोटेस्ट को तवज्जो देने को आदत डालनी चाहिए,ताकि शारीरिक एवं उग्र आंदोलन की जरूरत ही भविष्य में ना पड़े। पर्यावरण सुरक्षा एवं बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए श्री यादव ने छात्रों एवं युवाओं के साथ तमाम पार्टी नेता को आगजनी करके विरोध प्रदर्शन करने पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि वर्तमान समय में रोजगार के साथ पर्यावरण सुरक्षा की ख्याल रखना देश हित में बहुत जरूरी है। बिहार सरकार से उन्होंने मांग किया की नगर विकास एवं आवास विभाग के अंतर्गत बीपीएससी द्वारा निकाली गई सहायक लोक स्वच्छता अपशिष्ट प्रबंधन अधिकारी के 286 पदों पर पर्यावरण विज्ञान में जो छात्र डायरेक्ट सिर्फ पोस्ट ग्रेजुशन किया है उन्हें भी सम्मलित होने का मौका दे। हजारों ऐसे छात्र है जो मैथ,फिजिक्स जैसे विषयों के साथ ग्रेड्यूशन कर पर्यावरण विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुशन किया है।इसके बाद ही पर्यावरण विभाग में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर खाली सीटों पर बहाली निकाले ताकि पर्यावरण सुरक्षा की सपना सच में साकार हो सके। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष मनीष पासवान ने रेलवे के निजीकरण करने की फैसला को आम जनों के लिए संकट बताया।मौके पर अमन कुमार ,मो मुस्तफा,कन्हाई यादव,खुशबू कुमारी चौहान आदि उपस्थित रहे.