रीवा में रोजगार मेले में 2123 हितग्राहियों को 29 करोड़ रूपये की ऋण राशि वितरित
आलोक कुमार तिवारी प्रतिनिधि रीवा
रीवा एमपी: युवाओं को स्वरोजगार का अवसर देने के लिए रीवा में कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम में जिला स्तरीय रोजगार मेले का आयोजन किया गया। मेले में शासन की विभिन्न योजनाओं से 2123 युवाओं को बैंकों के माध्यम से 29 करोड़ रूपये से अधिक ऋण एवं अनुदान वितरित किया गया। मेले में कई सफल स्वरोजगारियों ने अपने अनुभव साझा किये। मेले में शहडोल में आयोजित राज्य स्तरीय स्वरोजगार मेले में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के उद्बोधन का सजीव प्रसारण दिखाया गया। मेले में विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों ऋण राशि का वितरण किया गया। मेले में 72 आजीविका मिशन के महिला स्वसहायता समूहों को एक करोड़ 8 लाख रूपये की ऋण राशि प्रदान की गयी।
स्वरोजगार मेले में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री राजेन्द शुक्ला ने कहा कि रीवा जिला तेजी से विकास कर रहा है। कृषि के क्षेत्र में पिछले 10 सालों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। अच्छी सड़कों के जाल ने उद्योगपत्तियों को आकर्षित किया है। जिले में दो नये औद्योगिक केन्द्र विकसित किये जा रहे हैं। लघु उद्योगों के माध्यम से ही इस क्षेत्र का विकास होगा। भारी निवेश करके लगाये एक बड़े कारखाने से मुश्किल से हजार लोगों को रोजगार मिलता है। लेकिन उतनी ही लागत से एक सौ लघु उद्योग स्थापित करके हजारों लोगों को रोजगार दिया जा सकता है। लघु उद्योगों से बड़ी संख्या में रोजगार के नये अवसर मिलेंगे।
श्री शुक्ल ने कहा कि रोजगार मेले में दो हजार से अधिक युवाओं को 29 करोड़ रूपये से अधिक का लोन दिया जा रहा है। जिले में एक साल में 13 हजार स्वरोजगारियों को विभिन्न योजनाओं से 177 करोड़ रूपये का ऋण दिया गया है। बैंकों ने बहुत अच्छा कार्य किया है। लघु उद्योग तथा स्वसहायता समूह बेरोजगारी की समस्या को हल करेंगे। श्री शुक्ल ने प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों के ऋण प्रकरण स्वीकृत करने का अनुरोध बैंकों से किया। मेले में सांसद श्री जनार्दन मिश्र ने कहा कि हर कार्य की शुरूआत छोटे से होती है। आज युवाओं को जो अवसर मिल रहा है उसे छोटा न समझें छोटा कदम ही बड़ी छलांग बनता है। मैने पंच और सरपंच के चुनाव को महत्व न दिया होता तो सांसद नहीं बन पाता। स्वरोजगारी और कंपनियों में अवसर पाने वाले युवा प्रतिबद्धता और समर्पण से कार्य करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी।
सांसद ने कहा कि महिला स्वसहायता समूहों तथा लघु उद्योगों के संबंध में सरकारी की नीति में परिवर्तन हुआ है। बैंक सकारात्मक दृष्टिकोण से रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए उदरता से ऋण दें। इनका एनपीए 3 प्रतिशत से भी कम है। जिले में स्थापित होने वाले छोटे उद्योगों के लिए आवश्यक प्रशिक्षित कामगारों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करें। एक जिला एक उत्पाद योजना भी रोजगार के नये अवसर दे रही है। नौकरी के पीछे भागने की वजाय स्वरोजगार को अपनाकर युवा स्वयं आत्मनिर्भर बने तथा दूसरों को भी रोजगार का अवसर दें। स्वरोजगार मेले में कलेक्टर मनोज पुष्प ने कहा कि मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुसार स्वरोजगार के माध्यम से बेरोजगारी को मिटाने के लिए जिले में सफलता पूर्वक प्रयास किये जा रहे हैं। युवा स्वरोजगार को अपनाकर आर्थिक विकास की ओर कदम बढ़ाये। जिला महाप्रबंधक उद्योग यूबी तिवारी ने मेले के उद्देश्यों तथा योजनाओं की जानकारी दी। यूनियन बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक राजीव रंजन ने कहा कि स्वरोजगार योजनाओं में बैंकर्स लक्ष्य से अधिक उपलब्धि दे रहे हैं। अच्छे प्रस्तावों को हम तत्परता से मंजूरी देकर युवा स्वरोजगारियों को ऋण और अनुदान प्रदान करेंगे।
रोजगार मेले में सफल लघु उद्यमी राजेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि उन्होंने केवल 7 लाख रूपये से सिलाई सेंटर शुरू किया। केवल 2 सालों में 20 लोगों को रोजगार देने के साथ अच्छा लाभ कामा रहे हैं। मेले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बैंकर्स वरूण गुलाटी, यूबीआई मऊगंज ऋषभ श्रीवास्तव, यूबीआई नेहरू नगर, शुभम त्रिपाठी पीएनबी, मणिशंकर ओझा पीएनबी, सौरव शुक्ला एसबीआई तथा मोना वर्मा सेंट्रल बैंक को सम्मानित किया गया। मेले में आयुक्त नगर निगम मृणाल मीणा, उप संचालक रोजगार अनिल दुबे तथा बड़ी संख्या में स्वरोजगारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग सीएल सोनी ने किया.