जीवन में उन सपनो का कोई महत्व नहीं.
जिनको पूरा करने के लिए.
अपनों से ही छल करना पड़े.।
आँसू न होते तो, आँखे इतनी खूबसूरत न होती.
दर्द न होता तो, ख़ुशी की क़ीमत न होती.
अगर सबकुछ मिल जाता, केवल चाहने से ही.
तो दुनिया में, ” ऊपर वाले ” को जरूरत ही न होती.।
जीवन में हर कदम पर.
हमारा सोच, हमारे भाषा का चयन, हमारे कर्म ही.
हमारा भविष्य लिखते है.।
*संबंध कभी भी जीतकर*
*नहीं निभाए जा सकते…!!*
*संबंधों की खुशहाली*
*झुकने और सहने से बढती हैं*…
अपली विश्वासू
सुधा भदौरिया
ग्वालियर मध्यप्रदेश