सीतामढ़ी

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के फील्ड आउटरीच ब्यूरो द्वारा पोषण पखवाड़ा के तहत पारंपरिक खाद्य सामग्री विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के फील्ड आउटरीच ब्यूरो द्वारा पोषण पखवाड़ा के तहत पारंपरिक खाद्य सामग्री विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया ।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के फील्ड आउटरीच ब्यूरो, सीतामढ़ी के द्वारा आज जिला प्रोग्राम कार्यालय, आईसीडीएस, सीतामढ़ी में पोषण पखवाड़ा के तहत पारंपरिक खाद्य सामग्री विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसका विधिवत उद्धघाटन श्रीमती अंशु बाला, सीडीपीओ, सदर, सीतामढ़ी, श्रीमती संगीता कुमारी, सी डी पी ओ, डुमरा ग्रामीण, रंजना कुमारी, सी डी पी ओ, बरगिनिया, रश्मि शोभा, सी डीपीओ, मेजरगंज, अर्चना पांडेय, सीडीपीओ, पुपरी, डॉ. रश्मि कुमारी, सी डीपीओ, परसौनी, माधवी रानी, सी डीपीओ, सुरसंड, रूपम कुमारी, जिला समन्वयक, पोषण अभियान, श्री छठु दास, पोषण विशेषज्ञ, जीविका सीतामढ़ी के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए श्री जावेद अख्तर अंसारी, क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी, फील्ड आउटरीच ब्यूरो, सीतामढ़ी ने कहा कि पोषण पखवाड़ा का आयोजन 21 मार्च से 04 अप्रैल, 2022 तक पूरे देश में किया जा रहा है। जिसमें इस तरह के आयोजन से लोगों को पोषण के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संगीता कुमारी, सी डीपीओ, डुमरा ग्रामीण ने उपस्थित महिला पर्यवेक्षिका एवं आँगन वाड़ी सेविकाओं को कहा कि इस तरह के जागरूकता कार्यक्रकम मैं शामिल होते रहना चाहिए, जिससे पोषण से संबंधित ज्ञान एवं कार्य करने की क्षमता में बढ़ोतरी होती है, ऐसी परिचर्चाएं समय-समय पर होती रहनी चाहिए।

वही अपने संबोधन में श्री छठु दास, पोषण विशेषज्ञ, जीविका, ने पोषण के बारे में विस्तार से समझते हुए कहा कि पोषण की शुरुआत गर्भ में पल रहे बच्चों से होती है। उन्होंने नवजात शिशु को छह महीने तक माँ का दूध देने पर बल देते हुए कहा कि अगर कोई भी बच्चा ऑपरेशन के द्वारा भी होता हो और माँ तत्काल बेहोसी की अवस्था हो तो भी उस बच्चे को माँ का ही दूध पिलाना चाहिये।

कार्यक्रम के दौरान श्रीमती अंशु बाला, सीडीपीओ, सीतामढ़ी सदर ने पोषण के लिए परंपरिक भोजन पर विशेष जोर देते हुए कहा कि महिलाओं एवं बच्चों को घरेलू पारंपरिक भोजन पर विशेष ध्यान देना चाहिए और बाज़ारू खाद्य सामग्री से बचना चाहिए ।
अपने संबोधन में रूपम कुमारी , जिला समन्वयक आई सी डी एस, सीतामढ़ी ने परिचर्चा में बोलते हुए कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के फील्ड आउटरीच ब्यूरो को में धन्यवाद देना चाहती हूँ कि इस तरह के कार्यक्रम होने से जमीनी स्तर पर कार्य करने में प्रोत्साहन मिलता है।

कार्यक्रम के दौरान प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता एवं पारंपरिक खाद्य सामग्री की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, और विजेताओ को पुरस्कृत किया गया। इस कार्यक्रम में सीतामढ़ी के महिला पर्यवेक्षिका तथा आँगनबाड़ी सेविकाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
इस कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री मिहिर कुमार झा, क्षेत्रीय प्रचार सहायक, दरभंगा के द्वारा किया गया।

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