*वक्त के सताये हुए हो तो मेरी एक बात मान लो..!*
*हालातों का डटकर सामना करोगे मन में यह ठान लो..!*
*मन सब रखते हैं पर मनोबल रखता है कोई-कोई ही..!*
*तेरे अंदर भी एक सिकंदर है खुद को सिकंदर जान लो..!*
*जिस लक्ष्य को पाना है उसकी चिंगारी रखना अपने सीने में..!*
*अगर लक्ष्य को भेदना है अपने हाथ अर्जुन सी कमान लो..!*
*मानव की क्या बिसात वक्त ने भगवान को भी सताया है..!*
*सृष्टि को उंगली पर नचाने वाले को भी नचाया ये संज्ञान लो..!*
*लाख कोशिशें करें वक्त का अंधेरा सूरज बुझा नहीं सकता..!*
*हर अंधेरी रात का उजला सवेरा होता है यह ध्यान लो..!*
अपका अपनी
सुधा भदौरिया
लेखिका विशाल समाचार
ग्वालियर मध्यप्रदेश