अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला ने एक ही अखबार को फोन पर बात की है। आखिर कार क्यों मामला गंभीर है…?
विधायक ने एक प्रेस कांन्फ्रेंस कर क्यों सभी मिडिया को जानकारी नही दी इसका क्या कारण है …?
विधायक केदारनाथ शुक्ला जबाव दो..?
BJP MLA Kedarnath Shukla Kaun Hai : सीधी में पत्रकार कनिष्क तिवारी समेत अन्य आठ लोगों पर कार्रवाई हुई है। यह कार्रवाई बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला की शिकायत के बाद हुई है। शुक्ला की गिनती विंध्य क्षेत्र में बीजेपी के कद्दावर नेताओं में होती है। आइए आपको बताते हैं कि ये कौन हैं।
सीधी : बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला (Who is BJP MLA Kedarnath Shukla) के बेटे की शिकायत पर एमपी पुलिस ने पत्रकार पर कार्रवाई की है। कार्रवाई की तस्वीर सामने आते ही पुलिस ने अपनी नाक कटवा ली। इस कार्रवाई को लेकर एमपी पुलिस की फजीहत हर जगह हो रही है। इसके बाद मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान को हस्तक्षेप करना पड़ा है। सीएम के निर्देश के बाद स्थानीय पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है। एमपी पुलिस ने अपनी नाक बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला (BJP MLA Kedarnath Shukla kaun hai) की शिकायत पर कटवाई है। फजीहत के बाद विधायक केदारनाथ शुक्ला ने कहा है कि आरोपियों में कोई पत्रकार नहीं है।
केदारनाथ शुक्ला विंध्य क्षेत्र के कद्दावर नेता हैं। सीधी जिले में बीजेपी के कद्दावर नेताओं में उनकी गिनती होती है। वह चार बार के विधायक रहे हैं। इस बार मंत्री के रेस में भी थे लेकिन पार्टी ने विंध्य क्षेत्र से किसी को प्रतिनिधित्व नहीं दिया है। मंत्री पद नहीं मिलने के बाद उसी क्षेत्र से आने वाले गिरीश गौतम को विधानसधा अध्यक्ष बना दिया गया है। केदारनाथ शुक्ला रिश्ते में गिरीश गौतम के समधी भी लगते हैं। नए प्रकरण सामने आने के बाद केदारनाथ शुक्ल फिर से चर्चा में हैं।
एक अखबार को जानकारी क्यों दी…? वाकी को क्यों…?सबाल हमारा..!
विधायक ने क्यों दर्ज करवाई थी शिकायत
दरअसल, नीरज कुंदेर नाम के कलाकार ने फर्जी आईडी क्रिएट कर विधायक और उनके बेटे के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी शुरू कर दी। लगातार उस आईडी से गलत टिप्पणी की जा रही थी। इसके बाद विधायक के बेटे गुरुदत्त शुक्ला ने सिटी कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई। जांच के दौरान यह पता चला कि फर्जी आईडी कलाकार ने बनाए थे। दो अप्रैल को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इसी गिरफ्तारी के विरोध में अन्य कलाकार और पत्रकार कनिष्क तिवारी विरोध कर रहे थे।
पत्रकार नहीं है वह
अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला ने एक ही अखबार को फोन पर बात की है। ..?आखिर कार क्यों मामला गंभीर है…?
विधायक ने एक प्रेस कांन्फ्रेंस कर क्यों सभी मिडिया को जानकारी नही दी इसका क्या कारण है …?
विधायक केदारनाथ शुक्ला जबाव दो..?
उन्होंने कहा कि फर्जी आईडी बनाकर एक आदमी हमारे परिवार पर लगातार फर्जी टिप्पणी कर रहा था। इसके बाद हमलोगों ने थाने में रिपोर्ट लिखा दी कि ये कौन कर रहा है, इसकी जांच हो। जांच के दौरान वह पकड़ में आ गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद कुछ असामाजिक तत्व और टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग थाने का घेराव करने पहुंचे। थाना घेरे के कोशिश में पुलिस ने कुछ लोगों को पकड़ लिया।
केदारनाथ शुक्ला ने कहा कि उसी में एक यूट्यूबर है। वहीं, एक निजी चैनल का आईडी डाले हुए है, उस चैनल में उसकी एक भी रिपोर्टिंग नहीं हैं। वह अपने यूट्यूब चैनल पर मेरे खिलाफ लगातार जहर उगलते रहता है। इसके बावजूद मैंने अपनी तरफ से उसके खिलाफ कुछ भी नहीं किया। वह कोई पत्रकार नहीं है। पत्रकार सिर्फ चेहरा ओढ़े हुए है। मुझे नहीं पता कि थाने से कैसे वह तस्वीर लीक हो गई और लोग कहने लगे कि सभी पत्रकार हैं। उनमें कोई पत्रकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि पुलिस का तरीका क्या है, ये मैं नहीं जानता हूं। फोटो का लीक होना बड़ी बात है। ऐसे नहीं होना चाहिए था। पुलिस ने मामले में जांच बैठा दी है, जांच के बाद सारी चीजें साफ हो जाएंगी। केदारनाथ शुक्ला पर आरोप लग रहे हैं कि उनके इशारों पर ही कार्रवाई हुई है। इस पर उन्होंने कहा कि उनका उदेश्य ही मुझे बदनाम करना है। केदारनाथ शुक्ला ने कहा कि क्या अपने खिलाफ हुए अपराध में कोई विधायक केस दर्ज नहीं करवा सकता है। विधायक के नागरिक अधिकार सस्पेंड हो जाते हैं क्या? उन्होंने कहा कि विधायक और उनके परिवार के भी नागरिक अधिकार होते हैं।