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मंत्री अल्पसंख्यक कल्याण विभाग बिहार सरकार-सह- प्रभारी मंत्री सीतामढ़ी, की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ पूर्व तैयारी को लेकर समीक्षात्मक बैठक आयोजित
बाढ़ एवं सूखाड़ पूर्व तैयारी को पूरी गंभीरता के साथ किया जाना चाहिए, इसमें थोड़ी भी शिथिलता एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी :- प्रभारी मंत्री
सीतामढी बिहार: मंत्री अल्पसंख्यक कल्याण विभाग बिहार सरकार-सह- प्रभारी मंत्री सीतामढ़ी,मो0 जमा खान की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ पूर्व तैयारी को लेकर समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने अबतक की गई तैयारी से उन्हें अवगत कराया उन्होंने अंचलवार, प्रखंडवार एवं विभागवार तैयारियों को पी0पी0टी0 के माध्यम विस्तृत जानकारी दी डीएम ने मंत्री जी को जिले में पिछले पाँच वर्षों के बाढ़ की स्तिथि की जानकारी दी, उन्होंने बताया कि सभी प्रखंडों में वर्षा मापक यंत्र अधिष्ठापित हैं एवं कार्यरत है, साथ ही वर्षापात का दैनिक प्रतिवेदन दैनिक रूप से भेजने के लिए प्रखंड में दो पदाधिकारी इस कार्य हेतु प्रतिनियुक्त किये गए हैं, बाढ़ से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों एवं संकट ग्रस्त व्यक्ति समूहो की पहचान कर ली गई है, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं का आंगनबाड़ी केंद्रवार सूची तैयार कर लिया गया है, सरकारी नाव एवं निजी नाव, लाइफ जैकेट मोटर बोट जनरेटर सेट आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दिया गया, डीएम ने बताया कि सभी प्रखंडों के नोडल पदाधिकारी के द्वारा नाव की मरम्मती पशु एवं मानव शरण स्थली,शुद्ध पेयजल, शौचालय एवं अन्य आवश्यक तैयारियों को लेकर संबंधित प्रखंडों का निरीक्षण किया जा रहा है।जिला स्तर पर खाद्यान्न आपूर्ति एवं अन्य सामग्रियों का निर्धारण हेतु निविदाताओं का चयन कर लिया गया है, उन्होंने पेयजल की व्यवस्था को लेकर बताया की जिले में चापाकल की कुल संख्या 31347 हैं जिसमें 31115 कार्यरत हैं शेष सभी चापाकलों का मरम्मती कार्य चल रहा है, जिले में पेयजल संकट से ग्रस्त एक भी पंचायत,वार्ड नहीं है। पॉलिथीन सीट्स उपलब्धता को लेकर जिला पदाधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 39350 पॉलिथीन सीट्स उपलब्ध है, और 35200 पॉलिथीन शीट्स की अधियाचना की गई है, मानव दवा की उपलब्धता के बारे में उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 55 प्रकार की आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध है सभी प्रखंडों में कुल 64 मेडिकल कैंप चिन्हित किए गए हैं ,प्रखंडवार पंचायतवार महामारी दल के साथ 31 मोबाइल मेडिकल टीम का गठन सिविल सर्जन द्वारा कर लिया गया है, पशु दवा की उपलब्धता संभावित बाढ़ के समय पशु चिकित्सा हेतु जिला पशुपालन कार्यालय में आठ प्रकार की आवश्यक दवाएं उपलब्ध है, साथ ही पशु चारा के लिए आपूर्तिकर्ता का चयन एवं दर का निर्धारण कर लिया गया है। संभावित बाढ़ के मद्देनजर खोज बचाव एवं राहत दलों में 1013 मानव बलों का गठन कर लिया गया है, सभी प्रखंडों के लिए 59 पशु शरण स्थलों को चिन्हित किया गया है, तटबंध की सुरक्षा हेतु सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता की टीम बनाकर तटबंध का निरीक्षण कर संवेदनशील स्थलों रेनकट आदि स्थलों की मरम्मती कार्य शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है, साथ ही संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी को तटबंध मरम्मती कार्य पर सतत निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। ग्रामीण कार्य विभाग एवं पथ प्रमंडल द्वारा सड़कों की मरम्मती कार्य को सुनिश्चित कर लिया गया है। जिले में राहत एवं बचाव दल के रूप में एसडीआरएफ के 32 सदस्य टीम कार्यरत है, साथ ही 200 आपदा मित्र को प्रशिक्षित किया गया है, इसके अतिरिक्त अभी तक कुल 3300 व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। जिला आपातकालीन संचालन केंद्र 24×7 कार्यरत है जिसका नंबर 06226-250316 है। जिले का कम्युनिकेशन प्लान तैयार कर लिया गया है, जिले के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के लिए जिला कृषि कार्यालय द्वारा आकस्मिक फसल योजना के लिए बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में फसल योजना का सूत्रण तैयार कर लिया गया है। उक्त बैठक में माननीय जनप्रतिनिधियों द्वारा शहर में जल जमाव तटबंध की सुरक्षा एवं बाढ़ को लेकर अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं से अवगत कराया गया। मंत्री ने अपने संबोधन में कहा की जिले में बाढ़ एवं सुखाड़ पूर्व तैयारियों को पूरी गंभीरता के साथ किया जाना चाहिए । इसमें थोड़ी भी शिथिलता एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, उन्होंने जनप्रतिनिधियों के प्राप्त सुझावों एवं फीडबैक के आलोक में जिला पदाधिकारी को निदेशित किया कि जल्द ही अपने पदाधिकारियों के साथ बैठक कर लंबित कार्यों पूर्ण करें। उन्होंने बाढ़ एवं सुखाड़ पूर्व तैयारी को लेकर जिला प्रशासन के कार्यों की प्रशंसा भी किया। साथ ही लंबित कार्यों को मानसून से पहले पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। बैठक के अंत में जिला पदाधिकारी द्वारा मंत्री एवं जनप्रतिनिधियों के सुझाव एवं फीडबैक को लेकर आश्वस्त किया गया कि जल्द ही जिले में बाढ़ एवं सुखाड़ पूर्व लंबित कार्यों को पूर्ण कर लिया जाएगा। उक्त बैठक में सांसद सीतामढ़ी सुनील कुमार पिंटू, विधान पार्षद सदस्य देवेश चंद्र ठाकुर, विधान परिषद सदस्य रेखा देवी विधान सभा सदस्य सीतामढ़ी मिथिलेश कुमार, विधान सभा सदस्य बाजपट्टी मुकेश कुमार यादव, विधान सभा सदस्य बेलसंड संजय कुमार गुप्ता, माननीय विधान सभा सदस्य सुरसंड दिलीप राय, विधान सभा सदस्य रीगा मोतीलाल प्रसाद,विधान सभा सदस्य रुनीसैदपुर पंकज मिश्रा, विधान सभा सदस्य परिहार गायत्री देवी, माननीय जिला परिषद अध्यक्षा अदिति कुमारी,जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा,पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय,उप विकास आयुक्त विनय कुमार, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, सभी प्रखंडों के नोडल पदाधिकारी के साथ सभी कार्यपालक अभियंता उपस्थित थे।