इटावा

इटावा जिले के एक-एक सेक्रेटरी के कब्जे में चार-चार पंचायत,चांदी ही चांदी, उच्च अधिकारी मेरी जेव में..!

शिवराज सिंह राजपूत प्रतिनिधि इटावा की रिपोर्ट-

इटावा जिले के एक-एक सेक्रेटरी के कब्जे में चार-चार पंचायत,चांदी ही चांदी, उच्च अधिकारी मेरी जेव में..!

इटावा यूपी:उत्तर प्रदेश के जिला इटावा की सबसे बडी खबर निकल कर सामने आ रहीं हैं।इटावा जिला के अन्तर्गत कुल ब्लाकों की संख्या 8 है । जिसमें बढ़पुरा,बसरेहर, जसवंतनगर,महेवा, सैफई,चकरनगर,ताखा, भरथना शामिल हैं। इसके अन्तर्गत 471 ग्राम पंचायतें हैं। जिसमें जिला प्रशासन द्वारा जिला प्रशासन की बेबसाइट पर अपलोड की नियमावली में साफ साफ दर्शाते हुए दिखाया गया कि एक न एक सेक्रेटरी के कब्जे में चार पंचायत दी गई है।
इसकी जानकारी लखनऊ अथवा कानपुर व जिला प्रशासन अधिकारियों को जरूर होगी ।यह वात हम नही कहते ।
यह जिला प्रशासन की साइट पर जो जानकारी दिखाई दे रही उससे साफ साफ पता चलता है।
सब की मिली भगत से यह सब भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम शुरू है। ऐसा उत्तर प्रदेश शासन की कौनसी नियमावली की पत्रावली कौनसी एक्ट आयपीसी के अंदर जारी किया गया है ।कि एक सेक्रेटरी को 4 पंचायतों का चार्ज दिया गया है। इसी बजह सचिव की जिला इटावा के अंदर चांदी ही चांदी है।

कहावत है आसमान से गिरे खजूर पर अटके–
उच्च अधिकारियों के आदेशों को हवा में उडा देते है..!
अगर इस प्रकार का कोई आदेश हुआ हो तो उस आदेश का मिडिया के समक्ष प्रस्तुत कर सार्वजनिक करें।
जिससे लोगों के अंदर जो गलत फहमी फैली हुई है।वह समाप्त हो।अगर जिला प्रशासन के पास ऐसा आदेश नही है तो व्यवस्थित जांच कर कार्यवाही करें।
अगर इस ध्यान नही दिया गया तो एक न एक दिन भ्रष्टाचार का वोलवाले मे जिला का नाम रोशन होगा।
एक ब्लाॅक में कर्मचारी व अधिकारी पैसे की बदौलत पांच पांच वर्षों से एक पटल पर जमकर बैठे हैं।इनका पटल बदलकर दूसरे जिलों भेजा जाये।
जिससे जिला का नाम खराब न हो यह बात हम नही कहते खंड विकास कार्यालय के एक कर्मचारी व अधिकारी सेक्रेटरी ने बताया अर्थात हमारे रिपोर्टर के मोबाइल पर खबर दी की जिला इटावा में सेक्रेटरी की ताजा संख्या 150 है । जबकि 471 ग्राम पंचायत है। प्रत्येक सेक्रेटरी के कब्जे 4 पंचायत आतीं हैं। इसी लिए इन लोगों की चांदी ही चांदी है।नाम न छापने की शर्त पर दी गई ।यह भी बताया कि जिला इटावा में 150 सेक्रेटरी है।जहा पर 471 ग्राम पंचायत अंतर्गत कार्यरत हैं।

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