जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा के द्वारा होटल श्री इंटरनेशनल सीतामढ़ी के सभागार में कालाजार एवं फाइलेरिया रोग उन्मूलन नियंत्रण के लिए जिला स्तरीय प्रखंडवार दो दिवसीय कार्यशाला के आयोजन का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया गया।
सीतामढी बिहार: कार्यशाला में सर्वप्रथम सिविल सर्जन, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ रवीन्द्र कुमार यादव एवं डब्ल्यूएचओ कि जोनल पदाधिकारी डॉ माधुरी देवराजू द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में सामाजिक जागरूकता पर प्रकाश डाला गया।
बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि *कालाजार उन्मूलन , फाइलेरिया उन्मूलन के साथ डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर अंतर विभागीय समन्वय होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। कहा की जिले में उक्त रोगों पर नियंत्रण हेतु सघन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। विभिन्न विभागों एवं अन्य स्टेकहोल्डर्स के परस्पर समन्वय से समाज में सघन जागरूकता अभियान को और गति दी जा सकती है ताकि उक्त तीनों बीमारियों को लेकर आम जनमानस विशेष सतर्कता एवं सावधानियां बरत सके।विभिन्न विभागों के पदाधिकारीयो, कर्मचारियों एवं समाजसेवियों तथा पंचायती राज के पदाधिकारियों के सहयोग से स्वास्थ्य कार्यक्रमों को और भी सुदृढ़ किया जा सकता है एवं जन जन तक स्वास्थ्य लाभ पहुंचाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह कालाजार उन्मूलन के क्षेत्र में सीतामढ़ी जिला राष्ट्रीय स्तर पर मॉडल जिला रहा उसी तरह फाइलेरिया एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों के नियंत्रण में भी यह जिला अच्छे कार्य कर मॉडल जिला बनेगा।* सभी प्रखंड एवं कहां कि सामुदायिक स्तर के सभी पदाधिकारी एवं कर्मीगण समुदाय तथा विभिन्न सहयोगी संस्थाओं से समन्वय स्थापित कर कार्य करें। फाइलेरिया के क्षेत्र में सभी स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर की स्थापना से लोगों में जागरूकता बढ़ी है। और अब तक लगभग 5500 सौ से अधिक मरीजों को चिन्हित कर उनका इलाज किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में जीविका दीदी,पंचायती राज के जनप्रतिनिधि एवं शहरी क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों में जागरूकता लाकर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने की जिलेवासियों से अपील
उन्होंने सभी जिले वासियों से अपील किया कि दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें, पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने, घर एवं सभी कमरों को साफ सुथरा एवं हवादार बनाए रखें, अपने आसपास के जगह को साफ सुथरा रखें एवं जमा पानी एवं गंदगी पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें, बीमारी के लक्षण होने पर बिना समय गंवाये चिकित्सक से संपर्क करें, मलेरिया की जांच एवं उपचार की सुविधा सभी सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क उपलब्ध है। जिले में स्वास्थ्य से जुड़े बचाओ एवं अन्य बीमारियों से नियंत्रण हेतु मीडिया बंधुओं द्वारा लगातार जागरूकता फैलाया जा रहा है *कार्यक्रम के अंत में जिला पदाधिकारी द्वारा डेंगू बचाव ही सर्वोत्तम उपाय को लेकर बने सेल्फी स्टैंड में फोटो खिंचवा कर डेंगू बचाव को लेकर जागरूकता लाया गया। उन्होंने कहा कि बचाओ ही सर्वोत्तम उपाय है।
उक्त कार्यक्रम में प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, वीवीडीएस, बीसीएम, डीपीएम अशीत रंजन, एनडीसीओ प्रिंस कुमार, पीसीआई से संजय कुमार उपस्थित थे।