राज्य स्तरीय शालेय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन देवतालाब एवं नईगढ़ी में होगा
कलेक्टर ने तैयारियों की समीक्षा की, अधिकारियों को सौंपे दायित्व
रीवा एमपी: आगामी 20 नवम्बर से 23 नवम्बर तक स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा देवतालाब एवं नईगढ़ी में राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के तहत कबड्डी खेल का आयोजन किया जायेगा। बालक एवं बालिकाओं के 14, 17 एवं 19 आयु वर्ष के प्रदेश के खिलाड़ी चार दिवसीय आयोजन में अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। प्रदेश के 9 संभागों एवं एक जनजातीय विभाग समेत कुल 10 संभागों के लगभग 1000 खिलाड़ी व आफिसियल्स इस आयोजन में भाग लेंगे।
कलेक्टर मनोज पुष्प ने प्रतियोगिता आयोजक की तैयारियों एवं की जा रही व्यवस्थाओं की विस्तार से समीक्षा की। कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित बैठक में आयोजन से जुड़े विभागीय अधिकारियों को दायित्व सौंपे गये। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिये कि खिलाड़ियों एवं उनके साथ आने वाले आफिसियल्स को ठहराने की अच्छी व्यवस्था की जाय। आवास स्थल में साफ सुथरे गद्दे, चादर, पानी, शौचालय आदि के इंतजाम सुनिश्चित करायें। उन्होंने आवास स्थल के अतिरिक्त खेल मैदान में चिकित्सा व्यवस्था व एम्बुलेंस की उपलब्धता के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिये। प्रतिभागियों एवं आफिसियल्स को रीवा रेलवे स्टेशन से देवतालाब एवं नईगढ़ी पहुंचाने के साथ ही प्रतियोगिता समाप्ति के उपरांत पुन: रीवा वापस लाने के इंतजाम का दायित्व आरटीओ सौंपा गया। साथ ही निर्देशित किया गया कि क्रीड़ा स्थल से भी आवास तक खिलाड़ियों को पहुंचाने के लिये वाहन व्यवस्था सुनिश्चित करायें। बैठक में भोजन व्यवस्था के अतिरिक्त क्रीड़ागन में कबड्डी मैट उपलब्ध कराने के दायित्व संबंधित विभागीय अधिकारियों को सौंपे गये। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि अधिकारियों को जो दायित्व सौंपे गये हैं उनका निष्ठापूर्वक जिम्मेदारी से निर्वहन करें तथा आवास स्थलों का भौतिक सत्यापन करें व जरूरत अनुसार व्यवस्था करायें।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने कहा कि आवास स्थलों सहित खेल मैदानों में सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। उन्होंने कहा कि आयोजन में आमजनों की भी भागेदारी सुनिश्चित कराई जाय। बैठक में अनुविभागीय अधिकारी मऊगंज एपी द्विवेदी, डिप्टी कलेक्टर संजीव पाण्डेय, संभागीय खेल अधिकारी एसके धौलपुरी सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी तथा देवतालाब एवं नईगढ़ी के शासकीय व अशासकीय विद्यालयों के प्राचार्य/प्रतिनिधि उपस्थित रहे।