प्लास्टिक सर्जरी शिविर से ७५ ज़िन्दगीयों को खुशहाली
पुणे : दो दिवसीय प्लास्टिक सर्जरी कैंप में एक हैंड सर्जन, तीन प्लास्टिक सर्जन और पाँच एनेस्थेटिक्स की टीम ने सर्जरी की। लगभग ७५ लोगों को इस शिविर से नई जिंदगी मिली है. इस कैंप में जन्मजात विकृति, हाथ-पाँव या चेहरे के व्यंग, चोट लगे या जलने से हुए ज़ख्म आदि से ग्रसित कई मरीज़ पहुंचे थे। कैंप का आयोजन अग्रवाल क्लब पुणे चैरिटेबल ट्रस्ट और आर एम धारीवाल फाउंडेशन द्वारा संयोजित किया गया। मातोश्री मदन बाई धारीवाल हॉस्पिटल, शिरूर में किया आयोजित किए गए इस कैंप का यह बारवा साल था.
इस कैंप का उद्घाटन जीएसटी कमिश्नर दिलीप गोयल के हाथो हुआ. इस समय आर. एम. धारीवाल फ़ाउंडेशन की उपाध्यक्ष शोभा धारीवाल, अग्रवाल क्लब के अध्यक्ष उमेश अग्रवाल, प्रकल्प संचालक उमेश जालान, प्रकल्प सहसमन्वयक राजीव अग्रवाल, चैरिटी डायरेक्टर मोहन अग्रवाल, अस्पताल के मुख्य कार्यकारकी अधिकारी अरविन्द जैन, प्रशासकीय हेड वंदना सागवेकर सहित अस्पताल व अग्रवाल क्लब के पदाधिकारी एवं स्टाफ उपस्थित थे.
डॉ. पंकज जिन्दल एक सुक्ष्म हस्त शस्त्रक्रिया के विषेशज्ञ हैं। इनकी टीम ग्रामीण इलाके में विगत २० वर्षों से पचास से भी ज्यादा कैम्पों में निस्वार्थ सेवा दी है। इन सेवाओं से हज़ारों मरीज़ों ने अपने जीवन को सामान्य रूप से जीने का सलीखा पाया है। चालीसगांव, जळगाव, शहाड़ा, वाडज, शिरडी, जलना, रायपुर जैसे जिलों में इसका आयोजन हुआ है.
ग्रामीण भागो से आए रोगियों के पास पैसा और जाग्रति की कमी होती है. इसके कारन वे नकारात्मक रूप से, कम आत्मविश्वास के साथ, डरे हुए और अन्य लोगो पर निर्भर जीवन जीते है. सामाजिक उपक्रमो में भी समाज उन्हें सहभागी होने में अड़चने लाता है. इसी का दबाव लेकर ये रोगी जिंदगी बिताते है. लेकिन इस कैम्प के जरिए उन्हें अपने पैरो पर खड़ा करने का प्रयास किया जाता है. जिससे उन्हें सम्मान की जिंदगी जीने का मौका मिलता है, ऐसा डॉ. पंकज जिंदल ने बताया।