राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया
विशाल समाचार टीम सीतामढी बिहार
सीतामढी बिहार: जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉक्टर मुकेश कुमार की अध्यक्षता एवं श्री कमल सिंह डीपीआरओ सीतामढ़ी की उपस्थिति में राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से जन समुदाय में यक्ष्मा उन्मूलन हेतु जागरूकता एवं प्रचार प्रसार किया जाना है। कार्यशाला में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी द्वारा यक्ष्मा रोग के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा गया कि यह रोग एयर ड्रापलेट के माध्यम से फैलता है जिस के जीवाणु का नाम माइक्रोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस है, यक्ष्मा रोग का मुख्य लक्षण दो या दो से अधिक सप्ताह से खांसी, शाम में बुखार आना, थकान, कमजोरी, वजन घटना, रात में पसीना आना आदि हैं। इस रोग की पहचान बलगम का माइक्रोस्कोपिक अथवा नाट टेस्ट से किया जा सकता है। माइक्रोबायोलॉजिकली कंफर्म नहीं होने की स्थिति में एक्सरे के द्वारा भी इसका पहचान किया जा सकता है । यह सभी जांच सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क उपलब्ध है । सरकार द्वारा यक्ष्मा मरीजों को निक्षय पोषण योजना अंतर्गत प्रतिमाह ₹500 की राशि डीवीटी के माध्यम से उनके बैंक खाता में इलाज अवधि तक भेजी जाती है। यक्ष्मा की दवा खिलाने वाले ट्रीटमेंट सपोर्टर को भी इलाज अवधि पूर्ण होने पर ₹1000 का प्रोत्साहन राशि दिया जाता है। प्रधानमंत्री टीवी मुक्त भारत अभियान अंतर्गत निश्चय मित्र के सहयोग से जरूरतमंद यक्ष्मा मरीजों को न्यूट्रिशनल सपोर्ट के रूप में फूड पैकेट का वितरण किया जा रहा है। डीपी आर ओ सीतामढ़ी कमल सिंह द्वारा प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से आए हुए बंधुओं को अपने स्तर से समाज में जागरूकता लाने एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से जन जागरूकता फैलाने में सहयोग की बात कही गई। डीपीआरओ ने कहा कि टीवी उन्मूलन की दिशा में मीडिया का महत्वपूर्ण रोल है उन्होंने कहा कि मीडिया के सहयोग से सघन जागरूकता कार्यक्रम चलाते हुए टीवी बीमारी के उन्मूलन की दिशा में प्रभावी कार्य किया जा सकेगा। कार्यशाला में 2025 से पहले सीतामढ़ी जिला को टीवी मुक्त किए जाने हेतु सामूहिक रूप से संकल्प लिया गया।कार्यशाला में विभिन्न मीडिया हाउस के प्रतिनिधि उपस्थित थे