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बिहार दिवस- 2023 के अवसर पर जिले में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा

  1. बिहार दिवस- 2023 के अवसर पर जिले में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा

सीतामढी: बिहार दिवस- 2023 के अवसर पर जिले में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस क्रम में आज स्थानीय परिचर्चा भवन में *सीतामढ़ी संस्कृतिक विमर्श कार्यक्रम* का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी सीतामढ़ी मनेश कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ,डीडीसी विनय कुमार तथा कार्यक्रम में शिरकत कर रहे अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित सभी अतिथियों मीडिया कर्मियों एवं सभी श्रोताओं का स्वागत किया गया एवं उनके द्वारा सभी को बिहार दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी गई। *सांस्कृतिक विमर्श कार्यक्रम* की अध्यक्षता वरिष्ठ पुरातत्वविद श्री राम शरण अग्रवाल ने की। कार्यक्रम में श्री राम शरण अग्रवाल के अलावे विगत 4 दशकों से पत्रकारिता और साहित्य में सक्रिय रहे विकास कुमार झा, गीतकार गीतेश, प्रख्यात लेखिका आशा प्रभात, लोकनाट्य के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले शाह हसन इमाम एवं पिछले 40 साल से रंगमंच के क्षेत्र में एक अभिनेता और निर्देशक के रूप में सक्रिय रहे श्री विनोद कुमार ने शिरकत किया।

 

कार्यक्रम में सभी वक्ताओं के द्वारा बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा को पुनर्जीवित करने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि साहित्य एवं संस्कृति को और सींचनेकी जरूरत है। साथ ही इस समृद्ध परंपरा को अगली पीढ़ी में हस्तांतरित करना हमारा कर्तव्य बनता है। कार्यक्रम में पत्रकारिता ,साहित्य सृजन ,उपन्यास लेखन, रंगमंच ,लोकनाट्य, पुरातत्व गीत ,कविता इत्यादि विषयों पर वक्ताओं द्वारा विस्तृत प्रकाश डाला गया। वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार विकास कुमार झा ने कहा कि साहित्य वह सशक्त माध्यम है जो समाज को व्यापक रूप से प्रभावित करता है। वही शाह हसन इमाम ने कहा कि लोक नाट्य की समृद्ध परंपरा को पुनर्जीवित करने की जरूरत है ताकि नई पीढ़ी इसे जान सके और समझ सके। विभिन्न वक्ताओं यथा राम शरण अग्रवाल, गीतकार गीतेश, प्रख्यात लेखिका आशा प्रभात, अभिनेता और निर्देशक के रूप में सक्रिय रहे श्री विनोद कुमार और जिला बन्दोबस्त पदाधिकारी तारा नंद महतो वियोगी सभी ने कहा कि अच्छा साहित्य व्यक्ति और उसका चरित्र निर्माण में भी सहायक होता है ।उन्होंने कहा कि लोगों को प्रेरित करने का कार्य साहित्य करता है और जहां एक और यह सत्य के सुखद परिणामों को रेखांकित करता है वही असत्य का दुखद अंत कर सीख व शिक्षा प्रदान करता है।

 

कार्यक्रम में मंच संचालन का कार्य डीसीएलआर पुपरी ललित कुमार सिंह ने किया।

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