नाबार्ड एवं जीविका दीदियों के परस्पर सहयोग से बथनाहा प्रखंड के बखरी पंचायत की चांदनी स्वयं सहायता समूह सेनेटरी नैपकिन का प्रोडक्शन कर आर्थिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त कर रही
सीतामढी बिहार: नाबार्ड एवं जीविका दीदियों के परस्पर सहयोग से बथनाहा प्रखंड के बखरी पंचायत की चांदनी स्वयं सहायता समूह सेनेटरी नैपकिन का प्रोडक्शन कर आर्थिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त कर रही है। जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा आज स्वयं जीविका दीदियों द्वारा सेनेटरी नैपकिन उत्पादन को देखने पहुंचे। मालूम हो कि नाबार्ड उधमी विकास योजना के तहत चांदनी स्वयं सहायता समूह,बखरी बथनाहा में सेनेटरी नैपकिन बनाने की मशीन स्थापित की गई है। परियोजना *माई पैड माई राइट* के तहत स्थापित की गई है। परियोजना की कुल लागत ₹638632 है जिसमें से एक लाख रुपया 10 जीविका दीदीयों के द्वारा कॉन्ट्रिब्यूट किया गया है शेष राशि नावार्ड के सहयोग से दिया गया है।इस मशीन की स्थापना से समूह को लगभग ₹69900 प्रति माह आमदनी होगी। जिलाधिकारी ने जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए कहा कि सेनेटरी नैपकिन के उपयोग को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। जिलाधिकारी ने जीविका दीदियों से मशीन चलाने की जानकारी भी ली और जीविका दीदियों ने जिलाधिकारी के समक्ष सेनेटरी नैपकिन मशीन के द्वारा सैनिटरी नैपकिन बनाने के कार्य का प्रदर्शन किया गया जिसकी सराहना जिलाधिकारी के द्वारा की गई । जिलाधिकारी ने कहा कि उक्त कार्य से समूह के लिए आमदनी का मार्ग भी प्रशस्त होगा और जीविका दीदियों की आर्थिक समृद्धि भी होगी। इस दौरान जिला पदाधिकारी ने चांदनी समूह के दीदियों से बातचीत भी की ।
मशीन एवं नैपकिन बनाने के बारे में विस्तृत जानकारी नाबार्ड के डीडीएम संजय कुमार चौधरी ने विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने परियोजना के लिए कुछ सुझाव भी दिए। जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि यह परियोजना समूह के लिए आमदनी एवं रोजगार के जरिया बनेगा और नाबार्ड को यह परियोजना लगाने के लिए उन्होंने प्रशंसा भी की। मौके पर जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल सिंह, डीपीएम जीविका श्री उमाशंकर भगत भी मौजूद थे।