जहां हुआ असद का एनकाउंटर, वहां खड़ा था मैं…’, पूरी कहानी चश्मदीद की जुबानी
Asad Ahmed Encounter: यूपी के प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. यूपी एसटीएफ ने झांसी में अतीक अहमद के बेटे असद और उसके साथी शूटर मोहम्मद गुलाम को ढेर कर दिया है. इस कार्रवाई की पुष्टि यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने की है.
यूपी के झांसी जिले में पारीछा डैम के ब्रिज का काम चल रहा था. मजदूर अपने काम में व्यस्त थे. कोई पाइप डाल रहा था तो कुछ लोग बन रहे ब्रिज को निहार रहे थे. मगर, किसी को इस बात का इल्म नहीं था कि अभी कुछ ऐसा होने वाला है, जिससे ये इलाका यूपी ही नहीं देश में सुर्खियों में आ जाएगा और एक हत्यारोपी के खात्मे का गवाह बनेगा.
सुबह करीब 11 बजे से ब्रिज के काम में जुटे मजदूरों के हाथों में पाइप थे. इसी बीच ताबड़तोड़ फायरिंग फायरिंग होने लगी. मजदूरों को लगा कि कोई शिकारी आ गया है, जो गोलियां चला रहा है. इसी बीच हूं…हूं…हूं…हूं…हूं…हूं करती पुलिस की गाड़ी ने दस्तक दी. इसके बाद काम कर रहे मजदूर चौकन्ने हो गए और काम छोड़कर पुलिस की गाड़ी के पीछे चल पड़े.
कुछ ही दूर चलने के बाद उन्हें रोक दिया गया. इस दौरान पता चला कि एनकाउंटर हुआ है. इसके बाद घटनास्थल के पास स्थानीय लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई. इसके साथ ही पुलिस की अन्य गाड़ियां आने लगीं और पता चला कि माफिया अतीक अहमद का बेटे असद और उसका साथी शूटर मोहम्मद गुलाम एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है. अब आपको बताते हैं उन लोगों की जुबानी जो ब्रिज पर काम कर रहे थे…