दिशा शालियन के लिए कहां-कहां रोये थे, खुलासा किया तो भारी पड़ेगा?’ नितेश राणे का आदित्य ठाकरे पर हमला
उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे को केंद्रीय जांच एजेंसियों का डर था, वह मातोश्री में आकर रोए थे। वह डरकर बीजेपी के साथ चले गए। आदित्य ठाकरे के इस बयान के बाद महाराष्ट्र में सियासत तेज हो गई है।
मुंबई: आदित्य ठाकरे के मातोश्री में एकनाथ शिंदे के रोने वाले बयान पर सत्ताधारी दलों ने चौतरफा हमला बोला है। बीजेपी के विधायक नितेश राणे ने तो यहां तक कहा कि दिशा शालियन केस में कहां-कहां कौन रोया था, इसका खुलासा करेंगे तो भारी पड़ेगा। शालियन केस के डर से ‘पेंग्विन’ और ‘यूटी’ ने किस-किस के हाथ-पांव पकड़े थे? नितेश ने दम भरते हुए कहा कि मेरे दोस्त पिक्चर अभी बाकी है। अब सबकी निगाह नितेश राणे पर टिकी है कि वह क्या करते हैं।
गुरुवार को आदित्य ठाकरे ने दावा किया है कि एकनाथ शिंदे मातोश्री आकर रो पड़े थे। आदित्य ठाकरे के बयान के बाद से एक बार फिर महाराष्ट्र की राजनीति का पारा चढ़ गया है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। बीजेपी और शिंदे सेना के लोगों को आदित्य का बयान अखर गया। आदित्य ठाकरे पर सत्ताधारी पार्टी की ओर से शाब्दिक हमले होने लगे। नितेश राणे ने ट्वीट किया कि वह जल्द ही इस राज का पर्दाफाश करना शुरू करेंगे।
आदित्य ठाकरे ने किया यह दावा
शिवसेना (UBT) के नेता आदित्य ठाकरे ने दावा किया है कि पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह करने से पहले एकनाथ शिंदे उनके घर आए थे। उन्होंने रोते हुए कहा था कि अगर वह BJP के साथ नहीं गए तो उन्हें केंद्रीय एजेंसी गिरफ्तार कर लेगी। हालांकि, शिंदे की शिवसेना के विधायक संतोष बांगड़ ने आदित्य ठाकरे के दावे का खंडन किया। उन्होंने कहा कि BJP की ओर से कोई खतरा नहीं था। ठाकरे परिवार के खिलाफ विद्रोह का कारण पार्टी का राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस के साथ गठबंधन था।
आठवले ने दावों को बताया गलत
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने भी कहा कि शिंदे के खिलाफ लगाए गए आरोप गलत हैं। शिंदे एक मजबूत व्यक्ति हैं और वह कभी नहीं रोएंगे। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे ने बुधवार को विशाखापत्तनम में एक यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि 40 विधायकों ने अपनी सीट और पैसों के लिए शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह किया था। उन्होंने दावा किया, ‘मौजूदा मुख्यमंत्री (शिंदे) हमारे घर आए और रोने लगे क्योंकि एक केंद्रीय एजेंसी उन्हें गिरफ्तार करने वाली थी। उन्होंने कहा था, ‘मुझे BJP में शामिल होना होगा वे मुझे गिरफ्तार कर लेंगे।’
कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन का बचाव करते हुए पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘मेरे दादा (बाल ठाकरे) का पहले भी कांग्रेस के साथ गठजोड़ था। उनके गांधी परिवार के साथ पहले भी अच्छे संबंध थे। उन्होंने प्रणव मुखर्जी और प्रतिभा पाटिल (दोनों पूर्व राष्ट्रपतियों) का खुलकर समर्थन किया था। BJP(राष्ट्रपति चुनाव के दौरान) एक अन्य उम्मीदवार खड़ा कर रही थी।’ शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने कहा कि आदित्य ठाकरे के दावे सही हैं