किसानो की समृद्धि से ही विश्वागुरु बनेगा भारत ! रामप्रताप वर्मा,
महसी बहराइच: सरकार द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने हेतु बहुतेरी नई योजनाएं और प्रोजेक्ट संचालित किए गए यहां तक कि किसानों के हित में लगभग 830 योजनाएं संचालित कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है इसी क्रम में किसानों ने उद्यान से जुड़कर औषधीय एवं सगंध पौधों की खेती का प्रोजेक्ट लांच किया उद्यान विभाग की मदद से जिसके प्लांटेशन का शुभारंभ करने हेतु जनपद बहराइच के विकासखंड महसी के बीज गोदाम प्रभारी श्री राम प्रताप वर्मा द्वारा उनके खेत में उपस्थित होकर शतावरी एवं रजनीगंधा प्रोजेक्ट का प्रथम पौधा रोपित किया गया
गौरतलब है कि बेमौसम बरसात की मार एवं छुट्टा पशुओं से परेशान, वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा किसानों के हित में संचालित अनेकानेक योजनाएं किसानों को उभारने हेतु वरदान साबित हो रही हैं जिसके तहत जनपद बहराइच के विकासखंड महसी अंतर्गत ग्राम पंचायत बहोरीकपुर में 7 नवंबर 2022 को किसानों के निमंत्रण पर जिला कृषि अधिकारी सतीश पांडे द्वारा एक किसान गोष्ठी का आयोजन कर किसानों को तमाम योजनाओं की जानकारी देकर उद्यान की तरफ प्रेरित किया गया जिला कृषि अधिकारी सतीश पांडे द्वारा किसानों को सरसों व मसूर की मिनी की वितरित कर वैज्ञानिक तरीके से खेती करने के लिए प्रेरित किया गया इस से प्रोत्साहित होकर किसानों ने उद्यान विभाग से जुड़कर शतावरी व रजनीगंधा एवं परवल इत्यादि का प्रोजेक्ट लगाकर अपने को लाभान्वित महसूस कर रहे हैं व खुशहाल भी हैं किसान जयप्रकाश उर्फ मनभोग बाबा ने बताया कि विकासखंड महसी के गोदाम प्रभारी की मदद से उन्हें पावर स्प्रे मशीन पर 50% की सब्सिडी भी मिली तथा उद्यान विभाग से सतावारी एवं परवल के पौधे तथा रजनीगंधा के बीज निःशुल्क प्राप्त कर बीज गोदाम प्रभारी राम प्रताप वर्मा व तकनिसियन अनुज कुमार को कोटि कोटि धन्यवाद देते हुए किसान ऋषि नाथ,राजकुमार तिवारी व प्रदीप मिश्रा तरुण तिवारी एवं सत्य प्रकाश तिवारी इत्यादि किसानो ने भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा की क़ृषि बिभाग में यदि राम प्रताप वर्मा व अनुज कुमार जैसे अधिकारी कर्मचारी बने रहेंगे तो हम किसान समृद्ध होंगे ही साथ साथ राष्ट्र भी समृद्धि होगा। इसी तरह एक एक कदम भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर होगा और वह दिन दूर नहीं जब एक दिन भारत विश्व गुरु बनकर उभरेगा किसानो की संबृद्धि के बदौलत।
बॉक्स,किसानो ने अपनी आय दुगनी करने हेतु औसधीय एवं सगंध प्रोजेक्ट के तहत सतावारी एवं रजनीगंधा की खेती आरम्भ की