एनसीपी पर किसका अधिकार, किसका पलड़ा भारी, किसके दावे में दम? समझिये नंबरों का पूरा गणित
महाराष्ट्र में अजित पवार ने जबसे एनसीपी पर दावा ठोका है तबसे विधायकों की संख्या बल किसके पास अधिक है सभी पर इसकी नजर बनी हुई है.
NCP Political Crisis: एनसीपी पर किसका अधिकार है और आने वाले दिनों में एनसीपी का बॉस कौन होगा. इन सवालों के बीच शरद पवार और अजित पवार के शक्ति प्रदर्शन में एक अलग ही तस्वीर देखने को मिली. इस पूरे खेल में अजित पवार का पलड़ा काफी भारी दिखाई दिया. अजित पवार के समर्थन में 32 विधायक पहुंचे. शरद पवार के साथ 18 विधायक दिखाई दिए, जबकि तीन विधायकों का रुख अब भी साफ नहीं है. खास बात ये है की अभी तक शरद पवार को एनसीपी का अध्यक्ष बता रहे अजित पवार ने खुद को अध्यक्ष बता दिया है. और शरद पवार को 84 की उम्र में रिटायरमेंट की नसीहत दे डाली.
अजित पवार का चाचा शरद पर निशाना
अजित पवार ने अपने एक बयान में कहा, ‘बीजेपी में 75 साल की उम्र वाले नेता भी रिटायर हो जाते हैं. आपको नौजवानों को आगे बढ़ाना चाहिए और उन्हें आशीर्वाद देना चाहिए. इसपर शरद पवार की बेटी और सांसाद सुप्रिया सुले ने भी अजित पवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. सुप्रिया सुले ने अजित पवार पर पलटवार करते हुए कहा, ‘पिता और माता के बारे में कुछ बोल नहीं सकते हैं आप. बाकि सब सुन लेंगे लेकिन माता-पिता पर नहीं जा सकते हैं.’
दोनों गुटों की दावेदारी, किसकी शिवसेना?
दोनों ही गुट पार्टी पर दावेदारी कर रहे हैं. महाराष्ट्र का सियासी माहौल पूरी तरफ से बदल गया है. समीकरण बदल चुके हैं. ऐसे में ये चर्चा सबसे ज्यादा है कि क्या बदले हुए समीकरणों में शिंदे की शिवसेना सत्ता से बाहर हो जाएगी. तेजी से उठ रहे इस सवाल पर अब सीएम एकनाथ शिंदे ने जवाब दिया है. सीएम शिंदे स्थिति पूरी तरफ से साफ कर दी है. सीएम एकनाथ शिंदे ने कल देर शाम शिवसेना की एक बैठक बुलाई. मीटिंग में शिवसेना सांसद, विधायक और विधान परिषद सदस्य मौजूद रहे. बैठक में सीएम शिंदे ने कहा, चिंता की कोई बात नहीं है. दावा है कि फिलहाल मुख्यमंत्री के पद पर कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में इसका असर देखने को मिल सकता है.