अगर मुझसे पर्चा भरवाया जाता है तो…’, इस सीट से ‘अजित दादा’ के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे रोहित पवार
NCP Political Crisis: अजित पवार के एनसीपी में बगावत करने के बाद अब इस पार्टी में शिवसेना के बाद दो गुट उभर आए हैं. एनसीपी के कई विधायक अजित पवार के साथ चले गए हैं और शरद पवार गुट की ताकत खत्म हो गई है. पार्टी के विभाजन के बाद से शरद पवार के गुट के विधायक रोहित पवार सत्तारूढ़ बीजेपी और अजित पवार के गुट की आलोचना कर रहे हैं. रोहित पवार ने बयान दिया है कि बीजेपी ने एनसीपी, शरद पवार के परिवार को तोड़ दिया है.
क्या बोले रोहित पवार?
रोहित पवार ने पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा. पवार ने कहा, ”बीजेपी ने सही तरीके से पारी खेली है. बाला साहेब ठाकरे ने मराठी अस्मिता को बचाए रखते हुए शिवसेना बनाई और बीजेपी ने शिवसेना को तोड़ दिया. इसके बाद एनसीपी टूट गई. इसलिए हम अपने अंदर ही जवाब दे रहे हैं और बीजेपी अलग रह रही है.” रोहित पवार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे.
रोहित पवार चुनाव लड़ेंगे या नहीं?
इसी बीच रोहित पवार से मीडिया प्रतिनिधियों ने पूछा कि अगर आपको बारामती विधानसभा से उम्मीदवार बनाया जाता है तो क्या आप अजित पवार के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे? इस पर रोहित पवार ने कहा, अगर मुझे नामांकित किया जाता है तो भी मैं वह चुनाव नहीं लड़ूंगा. मेरे परिवार से कोई भी बारामती विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ेगा.
मैं आपको बता रहा हूं कि शरद पवार की दूरदर्शिता और अजित पवार के काम के कारण बारामती में ‘दादा’ को ही वोट मिलेगा. रोहित पवार ने कहा, राज्य की जनता परेशान है. बारामती भी परेशान है. लेकिन जब विधानसभा की बात आएगी तो मेरा मानना है कि बारामती से अजित पवार को ही वोट मिलेगा.