विशाल समाचार नेटवर्क टीम रीवा
सामाजिक एकता और सद्भावना का संदेश देते हुए त्योंथर विकासखण्ड में चली स्नेह यात्रा
समाज में परस्पर प्रेम की भावना का विकास होना आवश्यक है – स्वामी केशवानंद
रीवा एमपी : रीवा जिले में लगातार 7 दिनों से स्नेह यात्रा जारी है। शासन के विभिन्न विभागों तथा जन अभियान परिषद के संयुक्त प्रयासों से यात्रा निरंतर आगे बढ़ रही है। जिले में 22 अगस्त को स्नेह यात्रा ने त्योंथर विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों का भ्रमण किया। यात्रा प्रात: चाकघाट सेे शुरू होकर ग्राम मटियारी पहुंची। यात्रा का नेतृत्व चिन्मय मिशन के स्वामी केशवानंद जी सरस्वती कर रहे हैं। पड़री तथा घोड़डिहा मेंें पहुंचने पर ग्रामीणों ने आरती उतार कर संतो का स्वागत किया। स्नेह यात्रा ग्राम बड़ा गांव होते हुए सोहागी पहुंची। सोहागी में जनसंवाद करते हुए स्वामी केशवानंद सरस्वती ने कहा कि जगत कल्याण के केन्द्र में स्नेह की भावना है। हम सबको समाज में स्नेह और प्रेम की भावना विकसित करनी होगी। हर व्यक्ति में ईश्वर का अंश विद्यमान है। समाज में कोई भी व्यक्ति छोटा अथवा बड़ा नहीं होता है। सबके प्रति समरसता और सहिष्णुता का भाव रखना चाहिए। हम सबको अपने मन की शक्ति को समाज और देश के विकास में लगाना होगा। सहयोग और सद्भाव से ही समरसता बढ़ेगी। स्नेह यात्रा आपसी सद्भाव और प्रेम का संदेश देने के लिए है।
ग्राम सोहागी में स्नेह यात्रा के दौरान समरसता भोज का आयोजन किया गया। स्वामी केशवानंद जी ने स्वयं सभी को भोजन परोसा। भोज में सभी वर्गों के लोग और समुदायों के लोग शामिल हुए। इसके बाद स्नेह यात्रा ग्राम लाद, कटरा, गंभीरपुर होते हुए गढ़ पहुंची। ग्राम कटरा में महिलाओं ने मंगल कलशों तथा पुष्पवर्षा से संतो का स्वागत किया। यात्रा के दौरान भजन और मंगल गीत गूंजते रहे। स्नेह यात्रा ने गढ़ में रात्रि विश्राम किया। स्नेह यात्रा 23 अगस्त को गंगेव और नईगढ़ी विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों में भ्रमण करेंगी। स्नेह यात्रा में संतजनों के साथ-साथ जन अभियान परिषद के संभागीय समन्वयक प्रवीण पाठक, सरिमन साकेत, ज्योति सिंह, रजनीकांत द्विवेदी, राजीव दुबे, ब्राम्हानंद मिश्रा तथा जन अभियान परिषद के कार्यकर्ता शामिल रहे।