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जेनसेट्स- फ्लेक्‍सी-फ्यूल और ऑप्टिप्राइम की सबसे बड़ी श्रृंखला लॉन्‍च की

किर्लोस्‍कर ऑयल इंजन्‍स ने सीपीसीबी IV+ कॉम्‍प्‍लाएंट जेनसेट्स- फ्लेक्‍सी-फ्यूल और ऑप्टिप्राइम की सबसे बड़ी श्रृंखला लॉन्‍च की

रिपोर्ट देवेन्द्र सिंह तोमर पुणे

पुणे : बिजली उत्‍पादन के उद्योग में अग्रणी, किर्लोस्‍कर ऑयल इंजन्‍स (केओईएल) ने अपने सीपीसीबी IV+ कॉम्‍प्‍लाएंट जेनसेट्स की नई श्रृंखला को लॉन्‍च किया है। उच्‍च–प्रदर्शन वाले, ईंधन के मामले में किफायती और पर्यावरण के लिये जिम्‍मेदार समाधानों की आपूर्ति पर केन्द्रित, यह नये जेनसेट केन्‍द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा निर्धारत उत्‍सर्जन के सबसे नये नियमों को पूरा करते हैं।

 

यह जेनसेट स्‍थायी रूप से बिजली उत्‍पादन करने और पर्यावरण के प्रबंधन में किर्लोस्‍कर की प्रतिबद्धता दिखाते हैं। इन्‍हें विभिन्‍न क्षेत्रों में बिजली की तरह-तरह की आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिये डिजाइन किया गया है। इस प्रकार सुनिश्चित होता है कि व्‍यवसायों और समुदायों की पहुँच अधिक विश्‍वसनीय, शुद्ध एवं बेहतर बिजली तक हो।

किर्लोस्‍कर के जेनसेट डीजल, प्राकृतिक गैस, बायोगैस, आदि समेत ईंधन के कई विकल्‍पों पर शानदार ढंग से चलने के लिये बनाये गये हैं और उपभोक्‍ताओं को बेजोड़ लचीलापन देते हैं।

इसलिए, तरह-तरह के ईंधनों द्वारा चल सकने वाले जेनसेट की पेशकश के साथ किलोस्‍कर का लक्ष्‍य व्‍यवसायों एवं उद्योगों को उनकी आवश्‍यकताओं, जगह और उपलब्‍धता के आधार पर ईंधन का सबसे उपयुक्‍त स्रोत चुनने के लिये सशक्‍त करना है। यह पहल संसाधनों का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिये ब्राण्‍ड की प्रतिबद्धता का समर्थन करती है और पर्यावरण के अनुकूल तथा ऊर्जा के मामले में ज्‍यादा विविधतापूर्ण भविष्‍य में योगदान देती है।

किर्लोस्‍कर 60,000 से ज्‍यादा लगाए गए आईओटी-इनेबल्‍ड जेनसेट्स को लॉन्‍च करने वाली पहली कंपनी थी। डेटा बताता है कि 90% जेनसेट्स अपने चलने के ज्‍यादातर समय में लोड की सक्षम सीमा से नीचे चलते हैं। किर्लोस्‍कर के ऑप्टिप्राइम जेनसेट्स की नई श्रृंखला हमारी पेटेंटेड हाइब्रिड टेक्‍नोलॉजी पर आधारित है, जिससे सक्षम लोड की सीमा से बढ़ने में मदद मिलती है और ईंधन तथा दूसरी उपभोग योग्‍य वस्‍तुओं की खपत काफी कम होकर ग्राहकों की अच्‍छी बचत होती है। जेनसेट्स की ऑप्टिप्राइम श्रृंखला अधिक लचीलापन देती है, कम उत्‍सर्जन करती है और ग्राहकों की बचत बढ़ाती है।

जेनसेट्स की नई श्रृंखला पूरी तरह से आईओटी-इनेबल्‍ड है और इसलिये बिजली के उत्‍पादन तथा इसकी निगरानी के परिदृश्‍य को बदल रही है। बेहतर कनेक्टिविटी और डेटा एनालिटिक्‍स, रियल-टाइम में जानकारियों, रख-रखाव के पूर्वानुमान और दूर से निगरानी की क्षमताओं के माध्‍यम से परिचालन क्षमता और अपटाइम को बढ़ाना संभव होता है।

जेनसेट्स में आईओटी टेक्‍नोलॉजी को लाना ग्राहक-केन्द्रित समाधानों की पेशकश में उद्योग का नेतृत्‍व करने के किर्लोस्‍कर के विचार के अनुरूप है। इन नये जेनसेट्स से ग्राहक विद्युत उत्‍पादन की अपनी संपत्तियों में बेजोड़ नियंत्रण, विश्‍वसनीयता एवं दर्शनीयताका अनुभव प्राप्‍त कर सकते हैं।

किर्लोस्‍कर ऑयल इंजन्‍स को ‘भारत में निर्माण करने’’ की अपनी पहचान पर बड़ा गर्व है, जो कि वैश्विक पैमाने पर गुणवत्‍ता एवं नवाचार का प्रतीक बन जाती है। दशकों की अपनी धरोहर के साथ किर्लोस्‍कर के विद्युत समाधानों ने दुनियाभर के ग्राहकों का भरोसा और पहचान हासिल की है।

इंजीनियरिंग में भारत की कुशलता के प्रमाण के रूप में किर्लोस्‍कर के जेनसेट्स विभिन्‍न देशों में निर्यात किये जाते हैं और उनकी वृद्धि तथा विकास में योगदान दे रहे हैं। उत्‍कृष्‍टता, विश्‍वसनीयता और स्‍थायित्‍व के लिये इस ब्राण्‍ड की प्रतिबद्धता वैश्विक आधार पर गूंजती है और उसे भारत की इंजीनियरिंग तथा विनिर्माण क्षमताओं का वास्‍तविक दूत बनाती है।

लॉन्‍च इवेंट में अपने सम्‍बोधन के दौरान प्रबंध निदेशक गौरी किर्लोस्‍कर ने जोर देकर कहा कि, “किर्लोस्‍कर ऑयल इंजन्‍स अपनी शुरूआत से ही विद्युत उत्‍पत्ति के उद्योग में अग्रणी रही है। डीजल जनरेटिंग सेट्स में बाजार के अग्रणी के तौर पर हमारी अडिग स्थिति हमारी सफलता की यात्रा का प्रमाण है। आसानी से बदलाव के अनुकूल बनने और अभिनव समाधानों की आपूर्ति करने की हमारी योग्‍यता हमें भरोसेमंद और ईंधन के मामले में किफायती जेनसेट्स के संदर्भ में भारत के सर्वश्रेष्‍ठ उत्‍पादक के रूप में स्‍थापित कर चुकी है। हमारा मानना है कि हमारी नई पेशकश, ऑप्टिप्राइम संस्‍करण बाजार में हमारी स्थिति को और भी मजबूत करेगा। अपने ग्राहकों के लिये लगातार प्रतिबद्ध रहना हमारे परिचालन के मूल में है। चौबीसों घंटे उपलब्‍ध रहने वाले 3000 से ज्‍यादा समर्पित तकनीशियनों के एक बेजोड़ प्रोडक्‍ट सर्विस नेटवर्क के सहयोग से हम ग्राहकों को सबसे अधिक महत्‍व देना सुनिश्चित करते हैं।”

इन नये सीपीसीबी IV+ जेनसेट्स का लॉन्‍च होना विद्युत उत्‍पत्ति की प्रौद्योगिकी में नवाचार करने और सीमाओं से आगे बढ़ने के लिये किर्लोस्‍कर की प्रतिबद्धता का साक्षी है।

किर्लोस्‍कर ऑयल इंजन्‍स लिमिटेड (केओईएल) के विषय में

किर्लोस्‍कर आज डीजल इंजन, बिजली बनाने वाले सेट और कृषि उपकरणों के उत्‍पादन में एक स्‍वीकृत अग्रणी है। भारत में केओईएल की अत्‍याधुनिक विनिर्माण इकाइयाँ हैं, जो विश्‍व-स्‍तरीय उत्‍पादों एवं सेवाओं की पेशकश करती हैं। अंतर्राष्‍ट्रीय बाजारों में कंपनी की अच्‍छी-खासी मौजूदगी है और उसके कार्यालय यूएसए, दुबई, दक्षिण अफ्रीका तथा केन्‍या में और प्रतिनिधि इंडोनेशिया, वियतनाम और नाइजीरिया में हैं। पूरे मध्‍य पूर्व और अफ्रीका में केओईएल का एक मजबूत वितरण तंत्र है।

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