शिवराज के कार्यकाल में आदिवासियों पर हो रहा अत्याचार नवगठित जिले मऊगंज कि है घटना
रिपोर्ट धर्मेन्द्र गुप्ता मऊगंज
मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान एक और जहां आदिवासियों के लिए कड़े से कड़े कानून बनाते हैं उनके लिए जमीन देकर आवास बनवाते हैं और आदिवासियों पर अत्याचार करने वालों पर सख्त कार्यवाही करवाते हैं वही शिवराज के ही कार्यकाल में नवगठित जिले मऊगंज के जनपद पंचायत हनुमना अंतर्गत थाना शाहपुर के ग्राम हटवा में तीरथ कोल का घर आज प्रशासन द्वारा तोड़ दिया गया आदिवासियों को घर से बेघर कर दिया गया बिना सूचना दिए पुलिस प्रशासन और राज्य टीम आदिवासी के घर पहुंचे और उसको सामान निकालने तक का टाइम नहीं दिए और सीधा घर तोड़ दिए आदिवासियों की बीवी और बच्चे सब बाहर पड़े हैं उनके सर पर छत तक नहीं आदिवासियों का कहना है कि इस जगह पर हम 50 साल से रह रहे हैं इस जगह पर हमारा कब्जा भी है और हमारे पास कागजात भी और सरकार द्वारा भी बताया गया है कि जो व्यक्ति एक ही जगह पर 10 साल रह जाता है वह उसके नाम पर हो जाती है फिर भी शासन प्रशासन की मिलीभगत से आदिवासियों के खिलाफ इतनी बड़ी कार्यवाही की गई सवाल तो यहां उठता है कि आदिवासियों को जब घर से बेघर करना था या अतिक्रमण था तो उनके लिए पहले रहने की कोई ना कोई व्यवस्था कर दिए जाती तब उनके घर को तोड़ा जाता पर ऐसा कुछ भी नहीं किया गया जब से घर टूटा है तब से आदिवासी समाज और अपनी बीवी बच्चों के साथ वही टूटे हुए घर के सामने बैठे हैं और शासन और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं