रीवा

हर घर तक नियमित जल सप्लाई योजनाओं का संचालन एवं संधारण सुनिश्चित करें – पीएचई मंत्री श्री शुक्ल

हर घर तक नियमित जल सप्लाई योजनाओं का संचालन एवं संधारण सुनिश्चित करें – पीएचई मंत्री श्री शुक्ल

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की प्रदेश स्तरीय बैठक में कार्यों की वृहद समीक्षा

रिपोर्ट आलोक कुमार तिवारी रीवा

 रीवा एमपी: लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जनसंपर्क मंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने जल भवन में जल जीवन मिशन एवं विभागीय कार्यों की प्रदेश स्तरीय समीक्षा में निर्देश दिये कि अंतिम छोर के व्यक्ति तक शुद्ध नल-जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये नियमित मॉनिटरिंग करें। नवीन कार्यों के शीघ्र क्रियान्वयन के साथ कार्यरत योजनाओं का सुचारू संचालन-संधारण महत्वपूर्ण है। इसके लिये स्थानीय एवं तकनीकी समस्याओं के दृष्टिगत कार्ययोजना बनाए। जल सप्लाई संबंधी सुविधा के संचालन की वस्तुस्थिति के लिए फीड-बैक मैकेनिज्म तैयार किया जाये। संचालन संधारण के लिये उत्तरदायित्व तय किए जाएँ। बैठक में प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ल, प्रमुख अभियंता श्री संजय अंधवान, प्रमुख अभियंता सलाहकार श्री के.के. सोनगरिया, मुख्य अभियंता, जल जीवन मिशन के महाप्रबंधक, अधीक्षण यंत्री, समस्त ज़िलों के कार्यपालन यंत्री उपस्थित थे।

 

    लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की इच्छा-शक्ति और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के कुशल नेतृत्व में जल जीवन मिशन का तीव्र क्रियान्वयन हुआ है। अब तक प्रदेश के 65 लाख 46 हज़ार ग्रामीण घरों में नल-जल की सुविधा के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का अमला बधाई का पात्र है। उन्होंने आशा व्यक्त की शीघ्र ही प्रदेश के हर घर में गुणवत्तापूर्ण और नियमित जल सुविधा पहुँचेगी। इसके लिए आवश्यक हैं कि स्थानीय जन-प्रतिनिधियों और ग्रामीण जन को धैर्य से सुना जाए एवं उनके निराकरण के लिए योजनाबद्ध प्रयास किए जाएँ।

    प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ल ने बताया कि विभाग द्वारा 31 मार्च 2024 तक 76 प्रतिशत (85 लाख 52 हज़ार ग्रामीण घर) एवं 31 दिसंबर 2025 तक शत प्रतिशत (112 लाख 17 हज़ार ग्रामीण घर) प्रगति का लक्ष्य रखा गया है। प्रमुख सचिव श्री शुक्ल ने बताया कि समस्त शत-प्रतिशत ग्रामीण घरों तक नल-जल प्रदाय के लिये जल-जीवन मिशन अन्तर्गत 79 हज़ार 604 करोड़ लागत की योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गयी है। एकल नल-जल योजना में 17 हज़ार 166 करोड़ लागत से 26 हज़ार 261 ग्राम और 62 हज़ार 438 करोड़ लागत से 35 हज़ार 996 ग्राम में नल-जल सुविधा का कार्य किया जा रहा है। कुल 148 समूह नल-जल योजना में से 33 योजना पूर्ण हो गयी हैं जिनसे 1733 ग्राम में नल जल सुविधा प्रदान की जा रही है। 32 हज़ार 700 ग्राम की 109 समूह नल-जल योजना प्रगतिरत हैं। शेष 6 योजनाओं की निविदा प्रक्रियाधीन है। 26 हज़ार 261 एकल नल जल योजनाओं में से 8 हज़ार 425 पूर्ण, 16 हज़ार 916 प्रगतिरत और 920 योजनाओं की निविदा प्रक्रियाधीन है।

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