पूणे

राज कपूर की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य पर १४ दिसंबर से एमआईटी डब्ल्यूपीयू में एक साल चलेगा कार्यक्रम

राज कपूर की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य पर
१४ दिसंबर से एमआईटी डब्ल्यूपीयू में एक साल चलेगा कार्यक्रम
भारतीय शास्त्रीय संगीत संस्कृति का एक दृष्टिकोण बनाने का प्रयास

पुणे:  अभिनेता राज कपूर की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी और माईर्स एमआईटी, पुणे की ओर से १४ दिसंबर से कार्यक्रम पेश करने जा रहे है. जिसका उद्घाटन समारोह १४ दिसंबर की शाम ४ से ६ बजे तक होगा. इस अवसर पर मुंबई से टयूनिंग फोक्स नामक विशेष समूह के माध्यम से राज कपूर की फिल्म के गीत संगीत प्रस्तुत किये जायेंगे. इस समूह के प्रमुख वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अनिल ब्रोड्यू होने के साथ इसमें मुंबई के सभी वरिष्ठ डॉक्टर्स और सर्जन शामिल है. यह जानकारी एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी ने दी है.
कार्यक्रम में लाइव म्यूजिक के साथ साथ राज कपूर के जीवन पर आधारित एक लघु फिल्म भी दिखाई जाएगी.  माईर्स एमआईटी के संस्थापक अध्यक्ष विश्वधर्मी प्रो.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड की संकल्पना से लोनी कालभोर में राजकपूर स्मारक की स्थापना की गई है. अभिनेता राज कपूर ने भारतीय सिनेमा में अमूल्य योगदान दिया है. इस योगदान को आम जनता तक पहुंचाने के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. साथ ही दूरदर्शन के पूर्व निदेशक और विश्व शांति चैनल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मुकेश शर्मा पूरे वर्ष भारतीय सिनेमा का स्वर्ण युग थीम पर विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे.
इस संदर्भ में विश्वधर्मी प्रो.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने कहा, संस्थान ने संगीत के माध्यम से आत्मदर्शन को बढावा देने के उद्देश्य से राजबाग में राज कपूर के लिए एक स्मारक बनाया है. राज कपूर की फिल्मों के अध्ययन से पता चलता है कि उन्होंने लगातार सामाजिक जागरूकता का संदेश दिया है. उनकी हर फिल्म के संवाद और विषय वस्तु भावी पीढ़ियों पर आधारित होते है. ये स्मारक भारतीय संस्कृति और कला को दुनिया के सामने लाने का एक बडा माध्यम है.
डॉ. मुकेश शर्मा ने कहा, राजकपूर के कर्मभूमी में स्थापित डॉ. विश्वनाथ कराड का वैश्विक शैक्षणिक परिसर पूरे साल सिनेमा के स्वर्ण युग का प्रदर्शन करेंगा. यहां से राज कपूर के समग्र जीवन दर्शन और भारतीय संस्कृति और दर्शन का संदेश दुनिया को दिया जाएगा.
कार्यक्रम के माध्यम से भारतीय सिनेमा के मशहूर अभिनेता स्व. राजकपूर, स्व. दिलीप कुमार और स्व. देवानंद की यादे ताजा की जाएंगी. अभिनेत्री वैजंतीमाला, माला सिन्हा और वहीदा रहमान का फिल्मी करियर. इसके अलावा स्व. नर्गीस, स्व. मधुबाला तथा मराठी फिल्म अभिनेत्री सुलोचना, जयश्री गडकर अभिनेता राजा परांजपे और अन्य कलाकारों द्वारा मराठी फिल्म उद्योग के स्वर्णिम योगदान के इतिहास को बताने का प्रयास किया जाएगा.

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